शहडोल मध्य प्रदेश
– जयसिंहनगर के ढोलर ग्राम पंचायत का मामला-
– जिम्मेदारों ने मूंद ली आंखें
– – शिकायत के बाद भी नहीं हुई कार्यवाही, सवालों के घेरे में मैदानी अमला
शहडोल, वन विभाग के आधिपत्य वाली जंगल क्षेत्र की भूमि, वन संपदा, वन्य प्राणी और वनोंपज की सुरक्षाके लिए शासन द्वारा कड़े कानून बनाए गए हैं। वन विभाग की अनुमति के बिना वन संपदा और भूमि का उपयोग तो क्या उसका स्पर्श भी करना अपराध माना जाता है। यही वजह है कि विभिन्न शासकीय विभागों की ही तमाम बड़ी परियोजनाएं वन विभाग की अनुमति के इंतजार में बरसों से लंबित पड़ी हैं, उनका काम तक शुरू नहीं हो पा रहा है। ऐसे हालात में यदि किसी गांव का सरपंच मनमाने तौर पर वन क्षेत्र की भूमि में निर्भय होकर कोई निर्माण कार्य करें और वन विभाग का मैदानी अमला सब कुछ देखते हुए भी चुप्पी साधे बैठा रहे तो इसे क्या माना जाएगा। क्या यह विभागीय मैदानी अमले की कर्तव्य परायणता पर सवाल नहीं उठाता है। क्या यह नहीं माना जा सकता कि रेंजर और उनके मातहतों ने निहित स्वार्थ के चलते शासकीय वह भी वन विभाग के आधिपत्य वाली संपत्ति या भूमि को बेच दी या दान में दे दी और आंख में पट्टी बांध कर मीठे फल का इंतजार कर रहे हैं ?
जिले के जयसिंहनगर जनपद पंचायत क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत ढोलर के पूर्व सरपंच एवं अन्य ग्रामीणों ने जंगल की भूमि पर पंचायत सरपंच द्वारा स्टॉप डैम का निर्माण कराए जाने का आरोप लगाते हुए जिला प्रशासन एवं विभागीय अधिकारियों से मामले की जांच करा कर सख्त कार्यवाही किए जाने की मांग की है।
क्या है मामला
जयसिंहनगर जनपद पंचायत क्षेत्र के ग्राम पंचायत ढोलर में पंचायत सरपंच द्वारा बिछली नाला पर स्टाप डैम का निर्माण कार्य कराया जा रहा है जो अब पूर्णता की ओर अग्रसर है। ग्रामीणों की मानें तो उक्त स्टाफ डैम का निर्माण कार्य जंगल क्षेत्र यानी वन विभाग के आधिपत्य वाली वन भूमि की सीमा के भीतर कराया जा रहा है।वन भूमि की सीमा में होने के कारण ग्रामीणों द्वारा उक्त निर्माण कार्य का लगातार विरोध किया जाता रहा किंतु सरपंच ने किसी की नहीं सुनी और वह अपनी मनमानी पर उतारू है।
शिकायत बेअसर
पिछले कई दिनों से जारी स्टाप डैम निर्माण कार्य का विरोध किए जाने के बावजूद सरपंच द्वारा निर्माण कार्य बंद नहीं किए जाने एवं स्थान परिवर्तन न किए जाने से क्षुब्ध स्थानीय ग्रामीणों द्वारा वन विभाग के मैदानी अमले के साथ ही अमझोर वन परिक्षेत्र के रेंजर से इसकी शिकायत की गई लेकिन रेंजर और उनके अधीनस्थ अमले द्वारा इस मामले को अनसुना कर दिया गया। न तो निर्माण कार्य रोका गया और नहीं विभागीय वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई। ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि सरपंच से सांठ-गांठ के चलते वन विभाग के रेंजर और उनके अधीनस्थ अमले द्वारा इस मामले में जानबूझकर चुप्पी साध ली गई है, जिसका भरपूर फायदा सरपंच द्वारा उठाए जा रहा है।
डीएफओ से शिकायत
जयसिंहनगर जनपद का ग्राम पंचायत ढोलर पिछले कुछ दिनों से सुर्खियों में है। ग्राम पंचायत ढोलर में बन रहे स्टॉप डैम को लेकर शिकायत ग्राम पंचायत ढोलर के पूर्व सरपंच शिव प्रसाद सिंह और लघु वनोपज समिति टेटका अध्यक्ष राम मनोहर पाल ने वन मंडल अधिकारी शहडोल से करते हुए कार्यवाही करने की मांग की है ग्राम पंचायत ढोलर के जनप्रतिनिधियों द्वारा सौपे गए पत्र में उल्लेखित किया है की ग्राम पंचायत ढोलर जनपद पंचायत जयसिंहनगर द्वारा ढोलर के मैर टोला में वन भूमि क्षेत्र में बगैर किसी अनुमति के बिछली नाला में स्टॉप डैम का निर्माण कराया जा रहा है जो लगभग पूर्णता की ओर है वन विभाग को मौखिक सूचना देने के बावजूद वन विभाग द्वारा ना तो स्टॉप डैम निर्माण पर रोक लगाई गई और ना ही वनभूमि पर अवैध अतिक्रमण कर स्टॉप डैम निर्माण कराने वालो के विरुद्ध कोई कारवाही की गई l
जांच और रोक निष्प्रभावी
सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार पूर्व में डीएफओ से शिकायत के बाद स्थानीय वन अमला निर्माण स्थल निरीक्षण करने गया था और निर्माण कार्य को कोरम पूर्ति की कार्यवाही करते हुए बंद कर वापस आ गया था किन्तु स्थानीय वन अमले के निर्माण स्थल से वापस होते ही निर्माण एजेंसी द्वारा धड़ल्ले से निर्माण कार्य शुरू करा दिया गया था l स्थानीय स्तर पर साठगांठ के कारण बेखौफ होकर निर्माण एजेंसी निर्माण कार्य में लिप्त है।
अजय पाल
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