इंदौर मध्य प्रदेश प्रखर हिंदूवादी नेता पं लोकेश जी शर्मा के द्वारा धर्म कमाने आए है धर्म कमा के जाएंगे के बोध वाक्य के साथ पवित्र श्रावण मास, अधिक मास की पुण्य बेला पर रामा सामाजिक, सांस्कृतिक एवं धर्म जागरण समिति (रामादल) के द्वारा निकाली गई दो दिवसीय भव्य रामादल कावड़ यात्रा का अंबेडकर नगर महू में भव्य नगर भ्रमण हुआ व श्री चक्की वाले महादेव का महा जलाभिषेक किया गया।
सर्वप्रथम यात्रा दिनांक 6 अगस्त रविवार को भगवान श्री विष्णु जी के छठे अवतार श्री परशुराम जन्मस्थली जानापाव से साढे सात नदियों के उद्गम स्थल से पूजा अर्चना कर जलाभिषेक कर प्रारंभ हुई।
यात्रा विद्यांचल की पर्वतमालाओं से होती हुई ग्राम जामली गवली पलासिया होते हुए रात्रि विश्राम के लिए डोंगरगांव स्थित केशर पैलेस सभी पहुंची। विश्राम स्थल पर कावड़ की पूजन अर्चन आरती करने के पश्चात भोजन प्रसादी हुई तत्पश्चात भजन संध्या रात्रि तक चलती रही। तत्पश्चात अगले दिन सोमवार दिनांक 7 अगस्त को डोंगरगांव से अंबेडकर नगर महू में प्रवेश किया गया। यात्रा ड्रीमलैंड चौराहे से नगर में प्रवेश हुई जोकि संपूर्ण शहर में भ्रमण करते हुए श्री चक्की वाले बाबा के मंदिर पहुंची जहां मुख्य ध्वजा, कावड़ और हवन कुंड धुने की पूजन अर्चन करते हुए कावड़ माता की भव्य आरती की गई तत्पश्चात संकल्पित जलाभिषेक कर सभी कावड़ यात्रियों ने महा जलाभिषेक किया। यात्रा संयोजक प्रखर हिंदूवादी नेता लोकेश शर्मा वा संपूर्ण कावड़ यात्रियों का नागरिक जनो ने अनेक स्थानों पर मंच लगाकर व घरो से गुलाब की पंखुड़ी से पुष्प वर्षा कर व पुष्पमाला पहनाकर भव्य स्वागत किया गया ।
कावड़ यात्रा में यात्रियों की संख्या चयनित लोगो की थी जिसमेअधिवक्ता वकील ,इंजीनियर,कृषक, व्यापारी,प्रायवेट कंपनियो के वरिष्ठ अधिकारी,महिलाए,युवा व बालक सम्मलित हुए जीसमे कुछ कावड़ यात्री सपत्नीक थे।पूर्ण अनुशासन में निकली यह कावड़ यात्रा जिसमें कावड़ यात्रा के सभी संस्कृतिक एवं पौराणिक नियमों का पालन किया गया। यात्रा संयोजक प्रखर हिंदूवादी नेता लोकेश शर्मा द्वारा संपूर्ण हिंदू समाज को संगठित करने व सामाजिक समरसता का भाव सभी में रहे और हम सभी धर्म के मार्ग पर चले व अपने परंपराओं को जीवित रखे इस उद्देश्य कावड़ यात्रा का आयोजन किया गया। यात्रा में मालवा माटी के प्रसिद्ध भजन गायक पीयूष भवसर की मंडली द्वारा लाइव भजनों की प्रस्तुति दी जा रही थी साथ ही अंबेडकर नगर महू के प्रसिद्ध भजन गायक निलेश भगत द्वारा बाबा भोलेनाथ जी के सांस्कृतिक धार्मिक भजनों की प्रस्तुति दी जा रही थी। कावड़ यात्रा की विशेषता यह रही कि नशे पर पाबंदी रही रास्ते में नाचने की पाबंदी रही कावड़ कंधे पर हो तब कुछ खाने की पाबंदी रही बस मुंह से भगवान का नाम जपते हुए कावड़ यात्री अपने लक्ष्य की ओर बढ़े संपूर्ण शहर में कांवड़ यात्रा के भ्रमण मार्ग पर आने वाले मंदिरों के बाहर कावड़ यात्रियों की आरती भी उतारी गई। धर्म ध्वजा लिए पूर्ण अनुशासन में निकली कावड़ यात्रा को देख संपूर्ण शहरवासी आती प्रसन्न हुए। रिपोर्ट अनिल भंडारी
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