अफगानिस्तान को पीछे छोड़ कर म्यांमार दुनिया का सबसे बड़ा अफ़ीम उत्पादक देश बन गया है। म्यांमार में हर साल करीब 1080 मैट्रिक टन अफीम का उत्पादन होता है, जो कि वहां की अर्थयवस्था का करीब 4.1% है। इसके पहले विश्व में सबसे ज़्यादा अफ़ीम का उत्पादन अफ़ग़ानिस्तान में होता था, पर वहां की तालिबान सरकार ने देश में अफीम उत्पादन पर बैन लगा दिया था जिससे अफगानिस्तान में अफीम का उत्पादन करीब 95% तक गिर गया।
म्यांमार में जब से जुंटा (सेना) का शासन लागू हुआ है, तभी से देश में अफीम का उत्पादन बढ़ा है। वर्तमान में म्यांमार में 2.4 बिलियन डॉलर्स क़ीमत की अफीम न सिर्फ उत्पादित की जा रही है बल्कि बेची भी जा रही है।
अफ़ीम का यह व्यवसाय सीधे सीधे ड्रग्स के व्यवसाय से जुड़ा होता है । पहले यूरोप और एशिया में ड्रग्स के व्यापार पर रूस का वर्चस्व था पर अफ़ग़ानिस्तान से निकल कर इसका म्यांमार पहुँचना इस बात की ओर इशारा करता है कि अंतरराष्ट्रीय ड्रग व्यापार अब रूस के हाथ से निकल कर चीन के हाथ में जा रहा है।
कुल मिलाकर भारत के लिये यह गंभीर चिंता का विषय है क्योंकि मणिपुर की अंतरराष्ट्रीय सीमा म्यांमार से लगती है और वहां से ड्रग्स की तस्करी भारत के लिये बड़ा सरदर्द बन सकती है।
( राजीव खरे अंतरराष्ट्रीय ब्यूरो)
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