इंदौर मध्य प्रदेश
1. झुकने की आदत – जीवनी में झूकने का अति महत्त्व है। माता-पिता जन्म दाता है तो शिक्षक शिक्षा दाता है जबकि सद्गुरु संस्कारदाता है। उनके चरणों में अवश्य विनम्र बनकर झुकना चाहिए वे हमारे परमोपकारी है। पर्वत के शिखर पर वह पहुंच सकता है जो झुककर आगे बढ़ता है। दूसरी चाबी
2. स्वीकारने की आदत – केसी भी विषम परिस्थिति आ जाये उसे स्वीकारना सीखे। परिस्थिति में मन की स्थितिको डिस्टर्ब ना करे। स्वीकार में सुख है इन्कार में दुःख है।
3. सहन करने की आदत – तन को स्थिर रखने पाँव मजबून चाहिए। मकान को मजबूत बनाने नींव बढ़िया चाहिए। वृक्ष को सलामत रखने मूल गहेरे चाहिए वैसे जीवन को मजबूत बनाने सहन शक्ति अद्भुत चाहिए। आग को सहन करने से मटकी मजबूत बनती है वैसे आत्मा परमात्मा बनती है।
4. संयम की आदत – सांप को मदारी का, हाथी को अंकुश का वैसे शक्ति को संयम का नियंत्रण होना चाहिए।
5. बलिदान की आदत – देश, विदेश, धर्म, राष्ट्र हेतु बलिदान की भावना होनी चाहिए। ये सारी चाबियाँ जीव को खुशी का खजाना प्रदान कर सकती है।
रिपोर्ट- अनिल भंडारी
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