इंदौर
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार के मिशन शक्ति योजना के अंतर्गत महिलाओं को संबल और सशक्त बनाने की पहल में इंदौर में भी डिस्ट्रिक्ट हब फॉर एंपावरमेंट ऑफ वूमेन इंदौर कार्यक्रम चलाया जा रहा है। 100 दिवसीय इस कार्यक्रम की शुरुआत 21 जून को हुई थी, जिसमें अब तक जिले में 250 से अधिक कार्यक्रमों का आयोजन इस जागरूकता अभियान के तहत हो चुका है। हर दिन जिले में 4 से 5 या कभी-कभी 8 कार्यक्रम तक आयोजित हो रहे हैं।
इस कार्यक्रम का नोडल विभाग महिला बाल विकास विभाग है। जिला कार्यक्रम अधिकारी के नेतृत्व में जिला मिशन समन्वयक इस जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन कर रहे है। भारत सरकार इस योजना की दो उपयोजनाओं के तहत 100 दिन लगातार तय अलग-अलग थीम पर कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। कल इसी के तहत लैंगिक सहभागिता सप्ताह की शुरुआत की गई, जिसके अंतर्गत महिलाओं और युवतियों को भारत सरकार की महिला सशक्तिकरण से जुड़ी तमाम योजनाओं, महिलाओं के कानून और उनके अधिकारों की जानकारी दी गई। इससे पहले सामुदायिक सहभागिता सप्ताह, महिला विधान जागरूकता सप्ताह का आयोजन विभिन्न स्कूलों और स्थानों पर हो चुका है। महिलाओं और युवतियों को 181, ऊर्जा डेस्क, 112, वन स्टॉप सेंटर, घरेलू हिंसा, छेड़छाड़ आदि को लेकर भी जागरूक किया जा रहा है। कार्यक्रम की जिला मिशन समन्वयक डॉ वंचना सिंह परिहार ने बताया कि मिशन शक्ति की इन उप योजनाओं के तहत महिलाओं को उनके अधिकारों की जानकारी देने के साथ ही उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इसी के तहत हाल ही हमने एक संस्था के साथ मिलकर एक ऐक्जीबिशन का आयोजन भी किया था। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए भी कई तरह के प्रयास किए जा रहे है। इसमें ब्यूटी पार्लर के कोर्स से लेकर तकनीकी प्रशिक्षण तक शामिल है। कई महिलाओं को योजनाओं का लाभ भी दिलवाया जा रहा है।
हर दिन अलग क्षेत्र और अलग विषय पर जानकारी :
ये 100 दिवसीय जागरूकता अभियान सतत 4 अक्टूबर तक चलेगा, जिसके लिए भारत सरकार ने थीम तय की है। स्कूल-कॉलेज, गली-मोहल्लों, चौराहों, महिला सफाई मित्रों, मजदूर वर्ग के अलावा आंगनवाडिय़ों में भी इस कार्यक्रम को चलाया जा रहा है। हर महिला तक इस कार्यक्रम के माध्यम से पहुंचने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसमें 5 एनजीओ टीम सक्रिय रुप से विभाग का साथ दे रही है। आगे भी तय थीम पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसमें महिला कैदियों के साथ कार्यक्रम भी शामिल है।
क्या है मिशन शक्ति योजना
महिलाओं की सुरक्षा, संरक्षा और सशक्तिकरण के लिए केंद्र सरकार ने मिशन शक्ति की शुरूआत की है, जो महिलाओं को कौशल और आर्थिक सशक्तिकरण के जरिए राष्ट्र-निर्माण में समान भागीदार बनाएगी। इसके अलावा इसका उद्देश्य अल्पकालिक और दीर्घकालिक सेवाओं की जानकारी देने के साथ देखभाल और सुरक्षा प्रदान करना है। इसकी दो उप-योजनाओं संबल और सामथ्र्य है। संबल, महिलाओं की सुरक्षा पर ध्यान केंद्रित करती है और सामथ्र्य, महिलाओं के सशक्तिकरण पर जोर देती है। संबल मेंं नारी अदालत, महिला हेल्पलाइन, वन स्टॉप सेंटर, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ जैसी योजनाएं और सामथ्र्य में हब फॉर एंपावरमेंट ऑफ वूमेन, पीएम मातृ वंदना योजना, शक्ति सदन, सखी सदन, पालना जैसे कार्यक्रम है, जिसमें से हब फॉर एंपावरमेंट ऑफ वूमेन के तहत ये जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। किसी तारतम में कौटिल्य एकेडमी इंदौर श्री वैश्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय इंदौर में कार्यक्रम डॉक्टर वंचना सिंह परिहार द्वारा किए गए l
रिपोर्ट अनिल भंडारी
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