पाटन (दुर्ग): 16 जनवरी 2025
महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, जो छत्तीसगढ़ में उद्यानिकी एवं वानिकी शिक्षा के प्रमुख केंद्र के रूप में जाना जाता है, को नया नेतृत्व मिल गया है। राज्यपाल और कुलाधिपति रमेन डेका ने अनुभवी शिक्षाविद् डॉ. रवि रत्न सक्सेना को विश्वविद्यालय का नया कुलपति नियुक्त किया है।
डॉ. सक्सेना ने 16 जनवरी, 2025 को विश्वविद्यालय में अपना कार्यभार संभाला। इससे पहले इस विश्वविद्यालय का प्रभार भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के अधिकारी महादेव कावरे के पास था। डॉ. सक्सेना के पास शिक्षा और शोध का विस्तृत अनुभव है, और उनकी नियुक्ति को विश्वविद्यालय के भविष्य के लिए एक सकारात्मक कदम के रूप में देखा जा रहा है।
डॉ. सक्सेना ने अपने पहले वक्तव्य में कहा कि उनकी प्राथमिकता विश्वविद्यालय को शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों तक ले जाना है। “छत्तीसगढ़ में उद्यानिकी और वानिकी के क्षेत्र में बड़े अवसर हैं, और हमारा उद्देश्य विद्यार्थियों को विश्वस्तरीय प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर प्रदान करना है,” उन्होंने कहा।
राज्यपाल और कुलाधिपति रमेन डेका ने कहा कि “डॉ. सक्सेना की नियुक्ति विश्वविद्यालय के विकास और उन्नति के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। उनके अनुभव और नेतृत्व कौशल से छात्रों और विश्वविद्यालय दोनों को लाभ होगा।”
इससे पहले कार्यरत IAS अधिकारी महादेव कावरे ने विश्वविद्यालय को प्रशासनिक मजबूती प्रदान करने में अहम भूमिका निभाई। उनके कार्यकाल में कई नई योजनाएं और परियोजनाएं शुरू हुईं, जिनमें से कई अब क्रियान्वयन के चरण में हैं।
महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय पाटन, दुर्ग जिले में संचालित होता है और क्षेत्रीय कृषि, उद्यानिकी और वानिकी के क्षेत्र में नए शोध एवं नवाचार को प्रोत्साहित करता है। डॉ. सक्सेना की नियुक्ति को राज्य में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक नई शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है।
( राजीव खरे ब्यूरो चीफ छत्तीसगढ़)
Leave a comment