मंडला। मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री के द्वारा मंडला को पवित्र नगरी घोषित करते हुए मंडला में मां नर्मदा तट से 5 कि मी के एरिया में शराब बिक्री बंद करते हुए स्वीकृत 6 देशी विदेशी मदिरा दुकानों को बंद करा दिया गया था, इसके बावजूद जिला प्रशासन मुख्यमंत्री के आदेशों का पालन पूर्ण ईमानदारी से नही किया जा रहा है विभाग की मिली भगत से खुलेआम गली गली हर मोहल्ले में वेखोप अवैध रूप से शराब बेची जा रही है
होटल, ढाबा, रेस्टोरेंट, पान दुकान तक में हर बेरायटी की शराब उपलब्ध है यहां तक की विभाग की लापरवाही से शराब की होम डिलेवरी सुविधा भी उपलब्ध है। प्रशासन की मोन सहमति से चल रहे अहाता जब पवित्र नगरी में स्वीकृत शराब दुकानों को शासन के द्वारा बंद कर दिया गया है तो अवैध अहाते कैसे संचालित हो रहे हैं यह विचारणीय है,
त्रिवेणी संगम में शमशान रोड में, बजरंग चौराहा, रेलवेस्टेशन, कारीकौन, दादा धनीराम आश्रम
के पास, बिंझिया, लालीपुर, बस स्टेंड, सब्जी मंडी, बुधवारी, खैरी, सुभाष वार्ड, सीताराम वार्ड, पुरवा रामबाग, जैसे अनोको स्थानों में खुलेआम शराब बेची जा रही है होटल ढाबा तो मानो अहाता का रूप ले चुके हैं औपचारिकता के लिए होती है कार्यवाही आबकारी विभाग को शराब बिक्री एवम् अवैध अहाता संचालन ठिकानों की पूर्ण जानकारी होने के बाद भी इन ठिकानों पर कभी कभार औपचारिकता निभाने अपना टारगेट पूरा करने छपा मार कार्यवाही की जाती है, लेकिन इन ठिकानों को शील बंद करने की आजतक कार्यवाही नही की गई
सोशल मीडिया पर हो रहा है वायरल
लिखित आवेदन देकर अवैध शराब बिक्री एवम् परिवहन पर तत्काल रोक लगाने की बात कही बाबा दुबे ने सोशल मीडिया में वीडियो जारी कर आबकारी विभाग को सिंडीकेट (ठेकेदारों का ग्रुप) का दलाल बताया। और पवित्र नगरी से अवैध शराब बिक्री एवम् परिवहन पर तत्काल रोक न लगने की स्थिति में उग्र आंदोलन करने की बात कही है जो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है।
शराब ठेकेदार के लाटेत कर रहे राहगीरों को परेशान
महाराजपुर के नदिया चौराहा में ठेकेदार के आदमी खड़े रहते हैं जो आते जाते बहनों को रोक कर जबरदस्ती तलाशी ली जाती है जिससे कभी भी बड़े विवाद होने की संभावना है नादिय से पेटेगांव, बम्हनी से किसान सब्जी बेचने मोटर सायकल में सब्जी लेकर मंडी आते जाते हैं जिन्हे अनावशक रोक कर परेशान किया जाता है, आखिर किस अधिकार से ये लाठेट वाहनों की तलाशी ले रहे है जबकि मंडला महाराजपुर में तो इनकी दुकानें ही नही है।
*समाजसेवी एवम पत्रकार संगठनों के द्वारा भी शराब बंदी एवम् आबकारी विभाग की कार्यप्रणाली को लेकर ज्ञापन भी दिए जा चुके हैं लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ।
पूर्ण ईमानदारी से नहीं हुआ मुख्यमंत्री के आदेशों का पालन
आम नागरिकों के द्वारा आबकारी विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को फोन पर सूचना भी दी जाती है तब भी संबंधित स्थानों पर तत्काल मौके में नहीं पहुंचते तथा कोई कार्यवाही नहीं की जाती जो विचारणीय है।
कौन है जिम्मेदार?
महाराजपुर थाना प्रभारी समय रहते अगर इन लाठेटों को नहीं हटाया गया तो निकट भविष्य में बहुत बड़ी बरदात होने की संभावना है। जिम्मेदार कौन
मण्डला जिला ब्यूरो – राजा पटैल
पुलिसवाला पत्रिका एवं वेब न्यूज़ 7999909685,,,,,,,
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