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मध्यप्रदेश की निवास विधानसभा सीट है रोचक

विधानसभा से जो पार्टी जीती उसी की सरकार बनी यह है पुराना इतिहास

निवास विधानसभा सीट के चुनाव परिणामों पर पूरे प्रदेश की है नजर

मण्डला – मध्य प्रदेश की निवास विधानसभा सीट को लेकर लोगों का मानना है कि यहां का पुराना इतिहास काफी अनोखा रहा है। निवास विधानसभा सीट सभी पार्टी के लिए काफी अहम माना जाता है कि जो पार्टी इस विधानसभा को जीत लेती है तो सरकार उसकी बनती है। ये हम नहीं कह रहे, पिछले 50 साल से अधिक समय से यहां का इतिहास कह रहा है, जिसको लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है।

मध्य प्रदेश की निवास विधानसभा सीट काफी दिलचस्प है…..

*निवास विधानसभा सीट से सन 1977 मे जनता पार्टी के चुनाव चिन्ह हलधर किसान से रूप सिंह सैयाम ने चुनाव जीता और प्रदेश में जनता पार्टी की सरकार बनी और मुख्यमंत्री कैलाश जोशी मुख्यमंत्री बने।

*निवास विधानसभा सीट से सन् 1980 में कांग्रेस के दलपत सिंह उइके विजयी हुए जिसमें कांग्रेस की सरकार बनी और मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह मुख्यमंत्री बने।

*निवास विधानसभा सीट से सन् 1985 में कांग्रेस के दयाल सिंह तुमराची जीते और प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनीं।

*निवास विधानसभा सीट से सन् 1990 में बीजेपी से फग्गन सिंह कुलस्ते लड़े और जीते और प्रदेश में बनी सुंदर लाल पटवा के नेतृत्व में भाजपा की सरकार बनी।

*निवास विधानसभा सीट से सन् 1993 में कांग्रेस के दयाल सिंह तुमराची फिर निवास के विधायक बने और इस बार फिर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी और दिग्विजय सिंह मुख्यमंत्री बने।

*निवास विधानसभा सीट से 1998 में कांग्रेस के सुरता सिंह मरावी जीते और प्रदेश में दिग्विजय सिंह के नेतृत्व में एक बार फिर कांग्रेस सरकार बनी।

*निवास विधानसभा सीट से सन् 2003 में बीजेपी के रामप्यारे कुलस्ते जीते और उमा भारती बनीं मुख्यमंत्री बाद में किन्ही कारणवश उमा भारती की जगह बाबूलाल गौर मुख्यमंत्री बने. बाबू लाल गौर के बाद शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में मुख्यमंत्री की कमान संभाली।

निवास विधानसभा सीट से सन् 2008 में बीजेपी के राम प्यारे कुलस्ते पुनः चुनाव जीते और शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री बनें।

*निवास विधानसभा सीट से सन् 2013 में बीजेपी ने राम प्यारे कुलस्ते को फिर टिकिट दी, जिसके बाद तीसरी बार राम प्यारे कुलस्ते निवास के फिर विधायक बने और शिवराज सिंह चौहान मुख्यमंत्री बनें।

*निवास विधानसभा सीट से सन् 2018 में बीजेपी के रामप्यारे कुलस्ते को कांग्रेस के डॉ. अशोक मर्सकोले ने मात दी. 15 साल बाद निवास में कांग्रेस का विधायक बना और प्रदेश में कमलनाथ मुख्यमंत्री बने. हालांकि कांग्रेस की कमलनाथ सरकार दूसरे कारणों से गिर गई और फिर शिवराज सिंह चौहान चौथी बार प्रदेश के मुख्यमंत्री बनें।

*निवास विधानसभा सीट से सन् 2023 के विधानसभा चुनाव मे कांग्रेस से चैनसिंह बरड़के तो भाजपा से फग्गनसिंह कुलस्ते चुनाव मैदान में हैं और परिणाम 3 दिसंबर को घोषित होना है, अब देखना है की यह इतिहास टूटता या पुनः कायम रहता है, पर जैसा जनता के बीच मे चर्चा है उसमे यह समझ मे आ रहा दोनों मे कांटे की टक्कर है। जीत का आकलन करना कठिन है।

रिपोर्ट- अशोक मिश्रा मंडला

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