रिपोर्ट अरूण साहू
यह फरियाद उन लोगो की है, जो आर्थिक स्थिति ठीक न होने पर अपनो के इलाज हेतु मझगवां अस्पताल पहुँचते है, मगर उन्हें इलाज कम जिल्लत ज्यादा मिल रही है, यह अनोखा उपहार इन दिनों मझगवां सीएचसी में स्टाफ नर्स के रूप में पदस्थ नर्स नेहा कुशवाहा एवं फूलन साकेत के द्वारा कभी डिलेवरी करवाने पर मांगे गए पैसे न मिलने पर या फिर अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या बढ़ने पर दिया जा रहा है,मरीजो के अटेंडरों को दिया जा रहा है, मजबूरी बस लोग या तो स्थानीय नीम हकीमो या फिर जिला मुख्यालय जा कर इलाज करवाने मजबूर हो रहे हैं ।
बे -पटरी स्वास्थ व्यवस्था, कैसे हो सुधार ??.
मझगवां में स्वास्थ्य व्यवस्था की क्या स्थिति है, यह किसी से छिपा नही है,यहाँ आए दिन कोई न कोई घटना सुर्खियां बनती ही है, वावजूद इसके व्यवस्था सुधार तो दूर जिम्मेदार अधिकारी ड्यूटी कर्मचारियों को मरीजों और उनके परिजनों से बातचीत का सलीका तक नही सीखा रहे है, नतीजा कई बार मरीजो के दर्द से बड़ा परिजनों को जुबानी बेइज्जत किये जाने का दर्द परेशान कर रहा है, चूंकि यहाँ से करीब 40 किलोमीटर की दूरी पर जिला अस्पताल के अलावा कोई विकल्प नही है लिहाजा लोग झोलाछाप नीम हाकिमो के यहाँ इलाज कराने विवश हो रहे हैं ।
मझगवां उप सरपंच ने बेलगाम व्यवस्था सुधारने दिया था ज्ञापन ।
गौर तलब हो की मझगवां में स्वास्थ्य व्यवस्था को पटरी पर लाने, यहाँ पदस्थ समस्त स्टाफ मुख्यालय पर निवासरत हो, अस्पताल में आवश्यक दवाओं जिनका विगत 1 वर्ष से अकाल पड़ा है पहुचाने के अलावा पूर्व मे फर्जी बिलो से आहरित राशि की जांच, नियम विरुद्ध नियुक्त हुई आशा कार्यकर्ताओं की नियुक्ति की जांच के अलावा चल रहे निर्माण कार्यो की जांच की मांग का एक ज्ञापन जिला कलेक्टर सतना के नाम पर मझगवां एसडीएम को दिया गया था किन्तु करीब 3 सप्ताह गुजरने के वावजूद उस मांग पत्र पर अभी तक कोई कार्यवाही प्रचलन में नही आई है, तो वही अब स्टाफ नर्सो द्वारा अभद्रता किये जाने के मामले सामने आ रहे हैं, मझगवां उपसरपंच के मुताबिक यदि जिम्मेदार होश में नही आए तो संबंधितों पर कार्यवाहीं की मांग लेकर जल्द ही अस्पताल के सामने भूख हड़ताल पर बैठा जाएगा ।
Leave a comment