छत्तीसगढ़
बीजापुर
बीजापुर जिले की गंगालुर जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 6 की सीट का चुनावी परिणाम नाटकीय मोड़ ले चुका है। पहले निर्दलीय प्रत्याशी राजू कलमु ने अपनी जीत का दावा कर जश्न मना लिया था, लेकिन टेबुलेशन के बाद सतेश एंड्रिक को 60 वोटों के अंतर से विजेता घोषित किया गया। इस घटनाक्रम ने जिले में चुनावी प्रक्रिया को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के पहले चरण का मतदान 17 फरवरी को हुआ था। मतदान के बाद प्रारंभिक मतगणना में निर्दलीय प्रत्याशी राजू कलमु ने खुद को विजयी घोषित कर पूर्व मंत्री महेश गागड़ा के साथ रंग-गुलाल खेलते हुए जीत का जश्न मना लिया।
इसी सीट से निर्दलीय प्रत्याशी सतेश एंड्रिक ने भी अपनी जीत का दावा किया और अपने समर्थकों के साथ खुशी मनाई। यह स्थिति मतगणना में गड़बड़ी की ओर इशारा कर रही थी, जिससे दोनों ही प्रत्याशियों और उनके समर्थकों ने मतगणना प्रक्रिया पर आपत्ति दर्ज कराई।
इस विवाद के बाद, चुनाव आयोग ने टेबुलेशन प्रक्रिया शुरू की, जिसमें सभी वोटों की पुनर्गणना और सत्यापन किया गया। टेबुलेशन के बाद नतीजा बदल गया और सतेश एंड्रिक को आधिकारिक रूप से 60 वोटों से विजेता घोषित कर दिया गया।
चुनावों में टेबुलेशन प्रक्रिया तब लागू की जाती है जब मतगणना में त्रुटि, विवाद या अनियमितता की संभावना होती है। इसमें सभी मतदान केंद्रों के आंकड़ों को दोबारा सत्यापित किया जाता है और मतों की गिनती की सटीकता सुनिश्चित की जाती है।
गंगालुर पंचायत चुनाव का यह मामला बताता है कि चुनाव में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनाए रखने के लिए मजबूत व्यवस्थाओं की आवश्यकता है। टेबुलेशन प्रक्रिया ने सही परिणाम प्रस्तुत किया, लेकिन यह दर्शाता है कि प्रारंभिक मतगणना में सावधानी बरतनी चाहिए।
चुनाव आयोग को भविष्य में ऐसे विवादों से बचने के लिए मतदान और मतगणना प्रक्रियाओं में सुधार लाना चाहिए ताकि लोकतांत्रिक प्रक्रिया की विश्वसनीयता बनी रहे।
( बीजापुर ब्यूरो)
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