हो सकता है आप भी ताश के शौकीन हो या फिर ताश खेलना पसंद करते हो। अगर आप ताश खेलना जानते हैं तो आप ये भी जानते होंगे कि ताश की एक गड्डी में चार बादशाह होते हैं । इन बादशाहों के जरिए आपने कई गेम जीते होंगे, लेकिन एक बात आपने शायद ही नोटिस की होगी। दरअसल, इन चारों बादशाहों में एक बादशाह सबसे अलग होता है और वो बादशाह है लाल पान का बादशाह। ये लाल पान का बादशाह इसलिए खास होता है क्योंकि इसके मूंछ नहीं होती हैं। वैसे शायद ही आपने पहले कभी इस बात पर गौर किया होगा ।
ताश के पत्तों के 4 प्रकार होते हैं, पान, चिड़ी, ईंट और हुकुम ।
हुकुम का बादशाह- डेविड, जो इजरायल के पुराने युग के राजा हैं.
चिड़ी का बादशाह-इस पत्ते पर मेसाडोनिया के राजा सिंकदर महान है जिन्होंने बड़े क्षेत्र पर जीत हासिल की थी.
दिलों का बादशाह- इस पर फ्रांस के राजा शारलेमेन की फोटो है जो रोमन साम्राज्य के भी पहले राजा था. वो 747 से 814 AD तक राजा थे.
हीरों का बादशाह – इस पत्ते पर जिस राजा की फोटो है वो रोमन राजा सीजर ऑगस्टस हैं. वहीं कुछ लोग यह भी कहते हैं कि यह फोटो जूलियस सीजर की है न कि सीजर ऑगस्टस की.
इन सबके अलग-अलग डिजाइन होते हैं और राजा भी एक दूसरे से अलग नजर आते हैं मगर लाल पान के बादशाह का लुक तीनों से बिल्कुल भिन्न है क्योंकि उसकी मूंछ नहीं होती, बाकी तीनों की होती है। जब ताश का खेल अस्तित्व में आया तब लाल पान के बादशाह की मूंछ हुआ करती थी। Technology.org वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार आज हम जिस तरह के पत्तों को देखते हैं, उनके डिजाइन 15वीं शताब्दी में फ्रांस में बने थे। इन सबके अलग-अलग डिजाइन होते हैं और राजा भी एक दूसरे से अलग नजर आते हैं मगर लाल पान के बादशाह का लुक तीनों से बिल्कुल भिन्न है क्योंकि उसकी मूंछ नहीं होती, बाकी तीनों की होती है।
उस दौर में राजा की मूंछ थीं. तब कार्ड की पिछली डिजाइन को लकड़ी के स्टैंप के जरिए कॉपी किया जाता था. फिर उसे हाथों से उकेरा जाता था। समय के साथ लकड़ी के ब्लॉक खराब होने लगते हैं और उनकी डिजाइन धुंधली होने लगती है । ऐसा ही कुछ कार्ड के ब्लॉक के साथ भी हुआ। धीरे-धीरे लकड़ी पर से मूंछ का निशान गायब होने लगा और आगे डिजाइनर भी इसे बिना मूंछ के ही डिजाइन करने लगे। हालांकि, कई देशों ने अपने अनुसार डिजाइन को ढाल लिया. जैसे रूस में किंग ऑफ हार्ट की मूंछ बनाई जाती है।
लकड़ी के ब्लॉक का खराब होने का असर सिर्फ मूंछ पर ही नहीं, राजा के हाथ में बनी कुल्हाड़ी पर भी पड़ा। शुरुआत में, लाल पान के बादशाह के हाथ में एक कुल्हाड़ी हुआ करती थी, मगर जैसे-जैसे कार्ड को लकड़ी के ब्लॉक से कॉपी किया गया, वैसे-वैसे कुल्हाड़ी का अगला हिस्सा धुंधला होने लगा और हाथ में सिर्फ चाकू की तरह लकड़ी दिखने लगी। तब से इस डिजाइन को ऐसा ही बनाया जाता है। अब ये डिजाइन देखने में ऐसा लगता है जैसे बादशाह खुद को ही चाकू घोंप रहा हो. इस वजह से किंग ऑफ हार्ट को सुसाइड किंग भी कहते हैं।
दरअसल, लाल पान के पत्ते पर बने बादशाह को लेकर कई तरह की कहानियां हैं। ये कहानियां बताती हैं कि आखिर लाल पान के बादशाह के मूंछ क्यों नहीं है। एक कहानी बताती है ब्रिटेन के अखबार द गार्डियन की तरफ से कहा गया है कि शुरुआत में इस राजा के भी मूछें होती थीं, लेकिन एक बार जब कार्ड्स को रिडिजाइन किया जा रहा था तब डिजाइनर उसकी मूंछे बनाना भूल गया। तबसे ही किंग ऑफ हार्ट्स बिना मूंछों वाला राजा हो गया।
वैसे इस गलती को ना सुधारने की एक वजह यह भी मानी जाती है कि ‘किंग ऑफ हार्ट’ फ्रेंच किंग ‘शारलेमेन’ की तस्वीर है, जो दिखने में सुंदर और मशहूर भी थे। इसीलिए उन्होंने सबसे अलग दिखने की चाह में अपनी मूंछ हटा दी थी। यही वजह रही जो इस गलती को दुरुस्त नहीं किया गया। इसके नाम से एक हॉलीवुड फिल्म भी बन चुकी है, उसमें भी राजा की मूंछें नहीं थी।
इस संबंध में बहुत सी अन्य कहानियाँ भी प्रचलित हैं। एक कहानी बताती है कि एक राजा के चार बेटे थे और ताश के पत्ते पर बने बादशाह उनके प्रतीक हैं। इन चारों राजाओं में एक के मूंछ नहीं थी, इस वजह से लाल पान के पत्ते के बादशाह पर मूंछ नहीं होती है। दूसरी कहानी बताती है कि ताश के चार बादशाह अलग अलग राजाओं का प्रतीक है। इसमें जिस राजा को लाल पान के कार्ड पर बनाया गया है, उनके मूंछ नहीं थी।
( राजीव खरे द्वारा संकलित)
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