टीकमगढ़ जिले के दिगौड़ा थाना क्षेत्र के बिघा गांव में 3 दिन पहले हुई 50 वर्षीय व्यक्ति की संदिग्ध मौत का बुधवार को पुलिस ने खुलासा किया। पुलिस कंट्रोल रूम में एडिशनल एसपी सीताराम ससत्या ने बताया कि 25 मई को भागीरथ चढ़ार की उसके बेटे, पत्नी और बहन ने मिलकर हत्या कर दी थी। घटना के बाद मृतक के परिजनों ने भागीरथ की मौत को हादसा बताया था।
एडिशनल एसपी ने बताया कि 25 मई को 26 वर्षीय महेंद्र चढ़ार ने दिगौड़ा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया था कि उसके पिता भागीरथ की छत से गिरकर मौत हो गई है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा की कार्रवाई के बाद मृतक के शव का पोस्टमॉर्टम कराया गया। पीएम में मौत का कारण मारपीट करना निकला।
इसके बाद पुलिस ने मृतक की पत्नी उद्देता चढ़ार, बेटे महेंद्र और बेटी मनीषा को पूछताछ के लिए बुलाया। तीनों के बयान में अंतर देखा गया। इसके बाद जब पुलिस ने सख्ती के साथ तीनों से पूछताछ की तो उन्होंने हत्या का जुर्म कबूल कर लिया।
मृतक के बेटे ने बताया कि उसका पिता आए दिन मां से मारपीट करता था। इसके अलावा घर वालों को भी परेशान करता था। 25 मई को विवाद बढ़ जाने पर तीनों ने मिलकर लाठी, डंडे और कुदाली से भागीरथ के साथ मारपीट कर दी थी। घटना के बाद मोहल्ले वालों और पुलिस को बताया था कि छत से गिरकर भागीरथ की मौत हो गई।
हत्या की धाराओं के तहत मामला दर्ज
जतारा एसडीओपी अभिषेक गौतम ने बताया कि मृतक की पत्नी, बेटे और बेटी के जुर्म कबूल करने के बाद तीनों के खिलाफ हत्या की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। तीनों को गिरफ्तार कर आज न्यायालय में पेश किया जाएगा।
संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के खुलासे में दिगौड़ा थाना प्रभारी एमपी गौड़, उपनिरीक्षक नीरज कुमार लोधी, कल्याण सिंह यादव, मुन्नालाल, विजय सिंह, राकेश घोष, मुकेश राय, शैलेंद्र रावत, पंकज साहू, अंकित साहू, कल्पना साहू, राखी यादव की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
रिपोर्ट -सालिम खान ब्यूरो टीकमगढ़
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