छत्तीसगढ़ रायपुर
रायपुर उत्तर विधानसभा क्षेत्र से पुरंदर मिश्रा को टिकट मिलने से भाजपा कार्यकर्ताओं में उत्साह देखा जा रहा है। मृदुभाषी, मिलनसार और योग्य वरिष्ठ प्रत्याशी होने का पूरा लाभ भाजपा लेने के प्रयास में है।
पुरंदर मिश्रा न सिर्फ़ रायपुर उत्तर विधानसभा क्षेत्र और रायपुर में ही नहीं बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ में भाजपा के एक कर्मठ वरिष्ठ सदस्य हैं। वैसे तो इनका पहले फ़ोकस महासमुंद जिले का बसना विधानसभा क्षेत्र था पर अपने आप को सिर्फ़ वहाँ सीमित न रख इन्होंने अपनी योग्यता व स्वभाव से रायपुर में भी दिखाई है। पुरंदर मिश्रा जगन्नाथ मंदिर रायपुर के प्रमुख भी हैं।
छत्तीसगढ़ में निवासरत उत्कल ब्राह्मण समाज द्वारा विगत दिवस अपने संगठन का अध्यक्ष भी जगन्नाथ मंदिर रायपुर के प्रमुख, पुरंदर मिश्रा को बनाया गया है ।उत्कल समाज हमेशा से अपनी बौद्धिक, सामाजिक और धार्मिक विचारधारा का धनी रहा है और इस समाज से अनेक सुप्रसिद्ध लोगों ने उच्च पदों पर आसीन रह कर अपने कार्यों से समाज को गौरवान्वित किया है।छत्तीसगढ़ और रायपुर में इस समाज का एक बहुत बड़ा वोट बैंक भी है।
2000 में छत्तीसगढ़ राज्य के अस्तित्व में आने के 8 साल बाद 2008 में रायपुर उत्तर विधानसभा सीट अस्तित्व में आई थी। ये असुरक्षित सीट है। अस्तित्व में आने के बाद ये चौथी बार विधानसभा चुनाव होगा। इस सीट पर अभी तक के चुनाव में दो बार कांग्रेस और एक बार बीजेपी को कामयाबी मिली है। 2008 और 2018 में कांग्रेस और 2013 में कांग्रेस को जीत मिली थी। यहां मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच ही होता आया है। इस सीट की खासियत है कि यहां किसी एक समाज का प्रभाव नहीं है। यहां सभी समाज के लोगों का समान रूप से असर देखने को मिलता है। हालांकि अभी तक चुनाव सिंधी और सिख समाज के उम्मीदवारों के बीच होता आया है।
पुरंदर मिश्रा एक जाने माने व्यक्ति हैं। वे एक कुशल संयोजक और अच्छे व मिलनसार व्यक्ति हैं। बीजेपी की रमन सरकार में वे छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण ( क्रेडा) के अध्यक्ष भी रह चुके हैं । ग़ौरतलब है कि इन्हीं के कार्यकाल के दौरान क्रेडा में सौर सुजला, सौर हाई मास्ट व सौर सामुदायिक सिंचाई योजनाएँ भी आरंभ हुईं जो आज छत्तीसगढ़ व देश में ही नहीं बल्कि समूचे विश्व में सराही जा रही हैं। उनके द्वारा जगन्नाथ मंदिर के निर्माण व संचालन के लिये किये गए धार्मिक कार्यों को पूरा रायपुर और राज्य भली भाँति जानता है।
रायपुर उत्तर विधानसभा के राजनीति समीकरण की बात करें तो रायपुर उत्तर में सिंधी समाज और सिख समाज के प्रत्याशियों के बीच ही अब तक चुनाव लड़ा गया है. रायपुर उत्तर विधानसभा के राजनीतिक समीकरणकी बात करें तो उत्तर में मिक्स वोटर हैं । किसी एक समाज का इस सीट पर बहुत अधिक प्रभाव नहीं है। यही कारण है कि यहां का चुनाव काफी दिलचस्प हो जाता है । इस सीट सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी किस्मत आजमाती रही हैं लेकिन रायपुर उत्तर विधानसभा में प्रमुख रूप से कांग्रेस और बीजेपी ही जंग रहती है । इस सीट पर व्यापारियों का प्रभाव अधिक है, यहां का मतदाता हर बार चुनावों के बाद प्रतिनिधि बदल देती है। बीते 3 चुनाव इसका उदाहरण हैं। माना जाता है कि यहां के वोटर किसी पार्टी विशेष या चेहरे के बजाय, काम और प्रत्याशी के व्यक्तित्व पर वोट करते हैं ।
रायपुर उत्तर में भाजपा के पुरंदर मिश्रा का मुक़ाबला उनके ही समकक्ष व्यक्तित्व के धनी कांग्रेस के विधायक कुलदीप जुनेजा होना संभावित है। जिन्हें एक्टिवा वाला विधायक कहा जाता है, उनके साथ कोई काफिला नहीं चलता है । सुबह से ही सड़कों पर, चौक-चौराहे पर दफ्तर लगाते फिरते हैं, कुर्सी की जगह एक्टिवा की सीट पर ही बैठकर कर आम जनता से मुलाकात करते हैं , अपनी स्कूटी की डिक्की में सील स्टांप हमेशा लेकर घूमते है, जरूरी फाइल पर दस्तक ऑन द स्पॉट करते हैं । भाजपा और कांग्रेस के दो सरल, मिलनसार, विनम्र और योग्य समकक्ष प्रत्याशियों के बीच यह चुनावी मुक़ाबला बड़ा रोचक होगा।
( रायपुर ब्यूरो)
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