इंदौर मध्य प्रदेश
कैसे होते हैं साइबर अपराध और कैसे इनसे बचा जाए, औद्योगिक संस्थानों के प्रतिनिधियों एवं स्टूडेंट्स ने सीखी यह बारीकियां।
इंदौर पुलिस द्वारा साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिये, इसके प्रति लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से लगातार विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी अनुक्रम में आज दिनांक 27.03.24 को, पीथमपुर पर्सनल फेटरनिटी द्वारा इन्दौर इन्स्टीट्यूट ऑफ साइन्स एवं टेक्नॉलाजी राऊ में आयोजित वर्कशाप में अति. पुलिस उपायुक्त क्राइम इंदौर और टीम ने पहुँच सभी को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक किया।
सायबर अवेयरनेस के तहत पीथमपुर पर्सनल फेटरनिटी द्वारा IIST कॉलेज में विभिन्न विषयों पर आयोजित वर्कशॉप में 76 औद्योगिक संस्थानों के 120 प्रतिनिधियों एवं कॉलेज के 50 स्टूडेंट्स को एडीशनल डीसीपी क्राइम राजेश दंडोतिया ने, अपनी 208 वीं कार्यशाला के तहत सभी को वर्तमान समय के विभिन्न प्रकार के साइबर अपराधों के साथ ही उन्हें पुलिस के पास आने वाली साइबर अपराधों की शिकायतों की केस स्टडी के आधार पर विभिन्न प्रकार के साइबर फ्रॉड और फाइनेंशियल फ्रॉड आदि की जानकारी देते हुए उन्होंने सभी से कहा कि वर्तमान समय में हम दिन प्रतिदिन नित नई तकनीक का इस वर्चुअल दुनिया में उपयोग कर रहे हैं, इसलिए हमें हमारी डिजिटल सिक्योरिटी का ध्यान रखना भी अत्यंत आवश्यक हो गया है।
हम पूरी तरह जागरूक और सतर्क रहकर और छोटी-छोटी सावधानियां को ध्यान में रखें और अपना निजी डेटा किसी भी अनजान से शेयर ना करें तभी इन साइबर अपराधों से बच सकते हैं।
उक्त कार्यशाला में मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय के वरिष्ठ अभिभाषक व बार कॉन्सील के पूर्व अध्यक्ष गिरीश पटवर्धन, एम.एम.राव व पी.डी.शर्मा, इन्दौर इन्स्टीट्यूट ऑफ साइन्स एवं टेक्नॉलाजी के महानिदेशक श्री अरूण भटनागर तथा औद्योगिक संस्थानों के 120 प्रतिनिधियों ने भाग लेकर साइबर क्राइम पर जागरूकता के साथ ही विभिन्न विषयों पर परिचर्चा की।
कार्यकम का संचालन पीथमपुर पर्सोनेल फेटरनिटी के अध्यक्ष राजीव मुजूमदार द्वारा किया गया तथा आभार डी.एम. नमा द्वारा व्यक्त किया गया।
सभी ने इंदौर पुलिस के साइबर अपराधों के प्रति जागरूकता हेतु चलाए जा रहे इस अभियान की जमकर तारीफ करी ।
रिपोर्ट-अनिल भंडारी
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