चंदेरी
बागेश्वरधाम की प्रसिद्धि पूरी दुनिया में फैल चुकी है और यही कारण है की शिष्य अपने गुरु के दर्शनों के लिए कहीं हजारों किलोमीटर पैदल चलकर जा रहे है तो कहीं दण्डवत प्रणाम करते हुए अपनी मन्नत लेकर जा रहे है।पिपरई तहसील के मूढ़राकला ग्राम से एक शिष्य भी अपनी मनोकामना लेकर बागेश्वर धाम के लिए दण्डवत भरते हुए रवाना हुआ है।यह यात्रा लगभग 275 किलोमीटर लेकिन गुरु के दर्शन और बालाजी सरकार के प्रति आस्था इस शिष्य को होसला दे रही है।
महंत धीरेन्द्र शास्त्री से मिलने की तमन्ना——
जानकारी के अनुसार तहसील पिपरई के ग्राम मूढ़राकला ग्राम के निवासी 32 वर्षीय रवि तिवारी अपने सहयोगी लखन आदिवासी के साथ अपनी मनोकामना लेकर बागेश्वर धाम के दर्शनों की अभिलाषा लेकर दण्डवत प्रणाम करते हुए जा रहे है।सोमवार को इस भक्त को माँ जागेश्वरी के दरवार में दण्डवत जाते हुए देखा उससे जानकारी ली तो रवि तिवारी ने बताया की में पिछले चार वर्षों में 21बार बागेश्वर धाम जा चुका हूँ लेकिन महाराज जी से आपने सामने की मुलाकात नहीं हो पाई ।इसबार में भी अपने क्षेत्र की खुशहाली और माता पिता के स्वास्थ्य की कामना लेकर दण्डवत यात्रा पर निकला हूँ।मेरी यात्रा 13 नम्वर से प्रारंभ हुई है में एक दिन में सात किलोमीटर का सफर तय कर लेता हूँ।इस तरह दूरी के हिसाब से लगभग चालीस दिनों में वालाजीसरकार की शरण में पहुंच जाऊंगा।
हाथ पर बनवाया गुरुदेव का फोटू-
रवि तिवारी को अफने गुरु जी के प्रति बहुत ही गहरी आस्था है उसी आस्था के चलते दाहिने हाथ पर महंत धीरेन्द्र शासत्री की फोटू बनवा रखी है।
चंदेरी में हुआ स्वागत—
रवि तिवारी जागेश्वरी माता के दर्शन करने जब जागेश्वरी मार्ग से गुजर रहे थे तो चंदेरी के राम सहाय सीरोठिया,आनंद तिवारी, राकेश श्रोत्रिय ने फूल माला पहनाकर और भोजन प्रसादी कराकर मंगलमय यात्रा की शुभकामनाएं दी।
पत्रकार आबिद हाशमी चंदेरी
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