छत्तीसगढ़
नारायणपुर:
जिले में खनिज परिवहन से जुड़े ट्रक मालिकों के लिए मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। उत्तर प्रदेश (यूपी) से आए कुछ कथित खनिज और RTO एजेंटों द्वारा खुलेआम अवैध वसूली की जा रही है। ये एजेंट भोले-भाले ट्रक मालिकों को शिकार बना रहे हैं और माइनिंग आईडी का पासवर्ड न देकर उन्हें अनावश्यक रूप से परेशान कर रहे हैं।
कैसे चल रहा है अवैध उगाही का खेल?
•माइनिंग सर्टिफिकेट बनाने के लिए ये एजेंट सामान्य शुल्क से दोगुना वसूल रहे हैं।
•खुद को RTO अधिकारी और खनिज विभाग का अधिकारी बताकर ट्रक मालिकों से अवैध वसूली की जा रही है।
•समय पर माइनिंग सर्टिफिकेट नहीं मिलने से ट्रक मालिकों को प्रतिदिन हजारों रुपये का नुकसान हो रहा है।
क्या प्रशासन है अनजान या मिलीभगत?
माइनिंग और परिवहन विभाग के अधिकारियों की चुप्पी इस पूरे मामले को और संदिग्ध बना रही है। सवाल यह है कि क्या अधिकारी इन फर्जी एजेंटों से अंजान हैं या फिर मिलीभगत कर रहे हैं? जिले में यूपी के तर्ज पर दो भाई फर्जी RTO अधिकारी बनकर बेखौफ वसूली कर रहे हैं, जिससे ट्रक मालिकों की परेशानियां लगातार बढ़ रही हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स से खुलासा
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह पूरा नेटवर्क बड़े स्तर पर सक्रिय है और इसमें कई प्रभावशाली लोगों की संलिप्तता हो सकती है। स्थानीय ट्रांसपोर्ट यूनियन और खनिज व्यापारियों ने प्रशासन से इस पर तुरंत कार्रवाई की मांग की है।
प्रशासन से अपील
ट्रक मालिकों और स्थानीय व्यवसायियों ने नारायणपुर प्रशासन और खनिज विभाग से इस अवैध वसूली गिरोह पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन की चेतावनी भी दी जा रही है।
अब देखना होगा कि प्रशासन इस गंभीर मामले में क्या कदम उठाता है या फिर ट्रक मालिकों को ऐसे ही लूटने के लिए छोड़ दिया जाएगा?
( बस्तर ब्यूरो)
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