जगदलपुर,
28 मई (देशबन्धु) । इस बार छत्तीसगढ़ बीज निगम और उसके अधिकृत सप्लायरों ने मिलकर यहां के 87 किसानों के साथ एक
बड़ी धोखाधड़ी की है । बीते सालों में जिला खनिज न्यास की राशि का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग किया गया है यह बात किसी से छुपी नहीं है सरकार बदलने के बाद एक के बाद एक जिला खनिज न्यास में किए गए घोटाले सामने आने लगे हैं। इस घोटाले में जिला खनिज न्यास के साथ केंद्र सरकार से मिलने वाली सब्सिडी की राशि भी शामिल है जो कि बीज निगम के माध्यम से किसानों को दी जानी थी। ताजा मामला बस्तर संभाग के नारायणपुर जिले के तारागांव, महिमागवाड़ी भुरवाल और खड़गांव का है जहा’ योजना अंतर्गत ड्रिप सिंचाई के लिए गत वर्ष मार्च 2023 में एक करोड़ पच्चीस लाख उनसठ हजार रुपये स्वीकृत किए गए थे। नारायणपुर में किये जाने वाले इस कार्य की योजना कांकेर जिले के सहायक कृषि अभियंता ने बनाई पहले बढ़ाचा कर कार्य का प्राकलन तैयार किया गया कागजों में 87 किसानों की कृषिभूमि का क्षेत्रफल दो गुना से भी ज्यादा बताया गया इसी प्राक्कलन के आधार पर प्रस्ताव बनाया गया किसानों को ढाई एकड़ की जगह आधा, पीन और अधिकतम एक एकड़ भूमि के लिए ही ड्रिप एरिगेशन की सामग्री दी गई। डीएमएफ से मिली कृषक अंश की राशि और प्रति कृषक 50 से 60 हजार रुपये की उन्हें मिलने वाली सब्सिडी भी अधिकारियों और सप्लायरों ने हड़प ली। इतना ही नाही अंत में हर किसान से 10-10 हजार रुपये भी फिटिंग के नाम पर बसूल लिए गए जिसकी रसीद तक उन्हें नहीं दी गई हैरानी की बात यह है कि कलेक्टर ने डीएमएफ से किये जाने वाले इस कार्य की प्रशासकीय स्वीकृति आदेश में जिले के उप संचालक कृषि को कार्य एजेंसी बनाया था लेकिन कृषि
पुलिस वाला न्यूज़ नारायणपुर
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