नारायणपुर, 04 जनवरी 2025
प्रशासनिक सेवा में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी को सशक्त करते हुए, प्रतिष्ठा ममगाईं ने नारायणपुर जिले की पहली महिला कलेक्टर के रूप में शुक्रवार को पदभार ग्रहण किया। वे जिले की 16वीं कलेक्टर हैं और 2018 बैच की आईएएस अधिकारी हैं।
प्रतिष्ठा ममगाईं का जन्म 13 अगस्त 1995 को दिल्ली में हुआ। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफेंस कॉलेज से इकोनॉमिक्स (ऑनर्स) में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। बचपन से ही आईएएस बनने का सपना देखने वाली प्रतिष्ठा ने अपनी स्कूली शिक्षा के दौरान ही यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी। प्रतिष्ठा ने अपने पहले ही प्रयास में 2017 में यूपीएससी परीक्षा में 50वीं रैंक हासिल की और आईएएस अधिकारी बनीं। प्रारंभ में उन्हें आंध्र प्रदेश कैडर आवंटित हुआ, लेकिन विवाह के उपरांत उन्होंने पति संबित मिश्रा, जो छत्तीसगढ़ कैडर के 2018 बैच के आईएएस अधिकारी हैं, के साथ कैडर परिवर्तन कर छत्तीसगढ़ कैडर चुना।
छत्तीसगढ़ में अपने कार्यकाल के दौरान प्रतिष्ठा ने विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया है, जिसमें फील्ड ट्रेनिंग के दौरान रायगढ़ जिले में सहायक कलेक्टर , बलौदा बाजार–भाटापारा जिले में बलौदा बाजार अनुविभाग की एसडीएम, सरगुजा जिले के अंबिकापुर में नगर निगम आयुक्त के के साथ अपर कलेक्टर का प्रभार तथा कोरबा नगर निगम आयुक्त का पद भी बखूबी उन्होंने संभाला। नारायणपुर में कलेक्टर की पदस्थापना के पूर्व वह ज़िला पंचायत बस्तर (जगदलपुर) की मुख्य कार्यपालन अधिकारी थीं।
पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने कलेक्टोरेट का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कलेक्टर कोर्ट, नजूल शाखा, एसडीएम कार्यालय, जिला कोषालय, लोक सेवा केंद्र सहित विभिन्न विभागों का जायजा लिया। कोषालय के डबल लॉकर कक्ष को देखने के साथ ही अपर कलेक्टर से समय सीमा की बैठक के मामलों की जानकारी ली।
छत्तीसगढ़ को नक्सल मुक्त बनाने के लिए भारत सरकार और छत्तीसगढ़ सरकार लगातार काम कर रही है, गृहमंत्री अमित शाह खुद इसकी जानकारी हासिल कर रहे हैं। एक समय देश के सबसे पिछड़े और अत्यंत नक्सल प्रभावित जिले नारायणपुर के कलेक्टर के रूप में पदभार ग्रहण करने के बाद, प्रतिष्ठा ममगाईं ने जिले के समग्र विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण को अपनी प्राथमिकता बताया। उन्होंने विशेषकर महिला सशक्तिकरण और आदिवासी समुदायों के उत्थान के लिए कार्य करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। प्रतिष्ठा ममगाईं की नियुक्ति नारायणपुर जिले के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो प्रशासन में महिलाओं की बढ़ती भूमिका और प्रभाव को दर्शाता है। उनके नेतृत्व में जिले के विकास को नई दिशा मिलने की उम्मीद है।
( राजीव खरे चीफ ब्यूरो छत्तीसगढ़)
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