वैकुण्ठवासी राधेश्याम पहारिया स्मृति में आयोजित कथा में राष्ट्रीय संत श्री चिन्मयानंद ने बताया कृष्ण जन्मोत्सव का महत्व
शिवपुरी- शहर की छत्री रोड़ स्थित परिणय वाटिका में बड़े उत्साह और उल्लास के साथ भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया। यहां राष्ट्रीय संत परम पूज्य श्री चिन्मयानंद बापू जी के पावन सानिध्य में वैकुण्ठवासी श्री राधेश्याम पहारिया स्मृति में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा प्रसंग में श्रीकृष्ण जन्म का महत्व भी बताया गया। पूज्य बापू ने बताया कि भले ही आज का युग आधुनिकता का है लेकिन इस युग में भी भगवान जन्म लेकर पापियों का संहार करते है,
आवश्यक है नहीं फिल्मी दुनिया और टीव्ही के रूप में उसका प्रसारण हो बल्कि मूलत: धरातल पर के हालात और परिस्थितियों में भगवान हर जगह जन्म लेकर पापियों का किसी ना किसी रूप में नाश जरूर करते है इसलिए ध्यान रखें कभी भी किसी का दिल ना दुखाऐं, किसी के पराए धन, स्त्री अथवा पर संपत्ति पर नजर ना लगाऐं, स्वयं मेहनत करें और उसका फल स्वयं खाऐं जिससे आपका घर-परिवार और समाज नित निरंतर उत्तरोत्तर प्रगति कर सके। पूज्य बापू ने भगवान श्रीकृष्ण जन्मकथा को लेकर सभी श्रद्धालुओं से आह्वान किया कि भगवान के जन्म के रूप में अपने-अपने घर के बालक-बालिकाओं को भी इसी रूप में मानकर उन्हें प्रभु के बताए मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करें, माता-पिता अपने बच्चों की जैसे देख-रेख करते है वैसे ही अपने बच्चों को संस्कारित शिक्षा भी प्रदान करें ताकि हरेक मनुष्य इस कलयुग में सतयुग जैसे हालातों को निर्मित कर सके।
भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के अवसर पर कथा के यजमान परिजन शैलेन्द्र-शिवम पहारिया के द्वार एक अबोध बालक को टोकरी में रखकर उपस्थित श्रद्धज्ञलुओं को दर्शन कराए और सभी ने नंद के आनंद भेया, जय कन्हैया लाल की…हाथी घोड़ा पालकी, जय कन्हैया लाल की..के जयघोष के साथ भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की अपार खुशियां मनाई। इस अवसर पर कथा यजमान परिजन श्रीमती लाली-शैलेन्द्र (सीटू) पहारिया एवं श्रीमती सनाया-शिवम पहारिया शिवपुरी के द्वारा सभी श्रद्धालुओं के लिए मावा-मिश्री का प्रसाद वितर किया गया। कथा में प्रतिदिन श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है और भगवान के प्रति आस्था रखने वाले श्रद्धालुजन धर्मलाभ प्राप्त कर रहे है।
रिपोर्टर-ध्रुव शर्मा शिवपुरी
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