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डिजिटल अरेस्ट है साइबर क्रिमिनल्स का एक जाल, यदि हम सतर्क व जागरूक रहेंगे तो समझ जाएंगे उनकी चाल।

इंदौर मध्य प्रदेश

इंदौर पुलिस की साइबर पाठशाला में Jain Engineer society के इंजीनियर्स व उनके परिवारजन ने विभिन्न साइबर फ्रॉड के तरीकों के साथ ही लिया, उनसे बचने का भी ज्ञान।
इंदौर- वर्तमान में बढ़ते साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिये, इसके प्रति लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से, पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर श्री संतोष कुमार सिंह के दिशा निर्देशन में, इंदौर पुलिस द्वारा लगातार विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी अनुक्रम में आज दिनांक 22.12.24 को अति. पुलिस उपायुक्त क्राइम इंदौर ने पुलिस टीम के साथ Jain Engineering Society इंदौर द्वारा आयोजित कार्यक्रम में पहुंचकर, इंजीनियर्स व उनके परिवार को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक किया।
सायबर अवेयरनेस के तहत  आयोजित उक्त कार्यक्रम में एडीशनल डीसीपी क्राइम श्री राजेश दंडोतिया ने, 357 वीं कार्यशाला में वहां उपस्थित करीब 120 इंजीनियर्स उनके परिजन व बच्चों को वर्तमान समय के साइबर अपराधों के प्रकारों और इनसे बचने के तरीकों को बताते हुए, उन्हें पुलिस के पास आने वाली साइबर अपराधों की शिकायतों की केस स्टडी के आधार पर, विभिन्न प्रकार के साइबर फ्रॉड, फाइनेंशियल फ्रॉड और सोशल मीडिया से संबंधित अपराधों की जानकारी दी और साइबर अपराध होने पर साइबर हेल्पलाइन-1930, पोर्टल cybercrime.gov.in, इंदौर पुलिस की साइबर हेल्पलाइन 7049124445 आदि पर किस प्रकार शिकायत करें तथा पुलिस इन पर किस प्रकार कार्यवाही करती है और साइबर अपराधों से बचने के लिए किन बातों का ध्यान रखें आदि के संबंध में, प्रैक्टिकली बताया।
  उन्होंने सभी से कहा कि वर्तमान में लगभग अधिकतर कार्य और विशेषकर बैंकिंग कार्य ऑनलाइन हो गया है, इसी का दुरुपयोग कर साइबर क्रिमिनल्स बैंकिंग और फाइनेंशियल फ्रॉड पर ही सबसे ज्यादा फोकस्ड कर, लोगों को लुभावने ऑफर और डर दिखाकर फेक कॉल्स व फर्जी लिंक और नए-नए विभिन्न तरीको से अपने जाल में फंसा विभिन्न फाइनेंशियल और डिजिटल अरेस्ट जैसे फ्रॉड कर रहे है। सतर्कता और जागरूकता से ही इससे बचा जा सकता है।
उन्होंने Digital arrest फ्रॉड के सामान्य तरीको के बारे में बताया कि, साइबर क्रिमिनल्स-
FedEx या अन्य कोरियर सर्विस कंपनी के पार्सल के नाम पर,* एयरपोर्ट पर पार्सल में मिले अवैध मादक पदार्थ या निजी दस्तावेज के नाम पर,
आपके किसी परिजन के किसी कानूनी केस में इन्वॉल्व होने के नाम पर,
मनी लॉन्ड्रिंग या अन्य केस में आपके ट्रांजेक्शन की जांच के नाम पर
 या ऐसे ही किसी गैरकानूनी गतिविधियों के नाम पर, फर्जी पुलिस ऑफिसर, CBI, ED आदि सरकारी एजेंसियों के अधिकारी बनकर, कॉल/वीडियो कॉल कर डिजिटल अरेस्ट का कहें तो उनकी बातों में न आएं।
👉 कानून में Digital arrest जैसा कोई प्रावधान नहीं है, ऐसा कोई कॉल आए तो समझ जाएं कि ये फ्रॉड है।
      अतः उनकी बातों में न आये। सतर्क व जागरूक रहें , अनजान व्यक्ति के द्वारा कितना भी भरोसा दिलाने के बाद भी अपनी बैंकिंग एवं निजी जानकारी कभी भी साझा न करें।
   इस अवसर पर सभी इंजीनियर्स व उनके परिवारजन ने साइबर सुरक्षा संबंधी बारिकियों को जाना और इंदौर पुलिस की इस मुहिम की सराहना करी।
👉 *इंदौर पुलिस द्वारा साइबर अपराधों के प्रति लोगों को जागरूक करने के इस अभियान के तहत, यदि कोई स्कूल/कॉलेज, संस्थान, इकाई, कॉलोनी आदि में भी साइबर अवेयरनेस की कार्यशाला आयोजित करना चाहता है या कोई जानकारी चाहता है तो वह इंदौर पुलिस के नंबर 7587629846 पर संपर्क कर सकता है।
 रिपोर्ट अनिल भंडारी         

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