इंदौर मध्य प्रदेश
भारत के लोकप्रिय जननायक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नए संसद भवन के पहले उद्बोधन में जैन धर्म, जैन संस्कृति नमोस्तु शासन जयवंत हो को गौरवान्वित किया और कहा “की आज संवत्सरी है, जैन धर्म की यह एक अद्भुत परंपरा है। आज वह दिन है जब हम कहते हैं ‘मिच्छामी दुक्कड़म’, इससे हमें किसी ऐसे व्यक्ति से माफी मांगने का मौका मिलता है जिसे हमने जानबूझकर या अनजाने में ठेस पहुंचाई है। मैं संसद के सभी सदस्यों और देश की जनता से भी ‘मिच्छामी दुक्कड़म’ कहना चाहता हूँ”इस उद्बोधन से इंदौर दिगंबर जैन समाज सामाजिक सांसद के मंत्री डॉ जैनेन्द्र जैन फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश विनायका, महावीर ट्रस्ट के अध्यक्ष अमित कासलीवाल, जैन राजनैतिक चेतना मंच के मिडिया प्रभारी राजेश जैन दद्दू, हंसमुख गांधी टीके वेद संजीव जैन सजीवनी परवार समाज महिला संगठन की अध्यक्ष मुक्ता जैन सारिका जैन पुष्पा कासलीवाल आदि ने आप के प्रति आभार व्यक्त किया l
रिपोर्ट अनिल भंडारी
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