उमरिया
‘‘न्याय सबके लिये’’ की अवधारणा को साकार रूप प्रदान करने के लिये जिला एवं सत्र न्यायाधीश महेंद्र सिंह तोमर के मुख्य आथित्य में नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया गया । नेशनल लोक अदालत में प्रकरणों के निराकरण हेतु खण्डपीठों का गठन किया गया था। नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ जिला एवं सत्र न्यायाधीश महेन्द्र सिंह तोमर द्वारा मॉ सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन कर किया गया।उपस्थित समस्त जनों ने अपने वक्तव्य प्रस्तुत किये।कार्यक्रम का संचालन दुष्यंत सोनी, जिला नाजिर जिला न्यायालय उमरिया द्वारा किया गया।
पक्षकार का समय एवं वकील के खर्च से बचत
प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने कहा कि आपसी सुलह समझौता के माध्यम से प्रकरणों के निराकरण में नेशनल लोक अदालत अपनी महती भूमिका अदा करता है , और पक्षकार के समय एवं पैसों की बचत होती है। वकील का खर्च बचता है। सभी को आसानी से न्याय मिल जाता है । इसमें किसी की हार एवं जीत नही होती है।
किसी पक्ष को नहीं होती सजा
नेशनल लोक अदालत में अपर कलेक्टर शिव गोविंद सिंह मरकाम ने कहा कि न्याय सबके लिए की अवधारणा को साकार रूप प्रदान करने के लिए नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया जाता है। लोक अदालत के माध्यम से सभी के साथ त्वरित न्याय होता है। किसी पक्ष को सजा नही होती है ,और बातचीत के जरिये समस्या का समाधान हो जाता है । उन्होंने कहा कि नेशनल लोक अदालत के माध्यम से लोगो को सस्ता न्याय मिल रहा है। लोक अदालत में मिले न्याय की कही अपील नही होती है।
6 वर्षों से अलग रह रहे दंपति को आपस में मिलाया
प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश के न्यायालय में लंबित हिन्दू विवाह अधिनियम से संबंधित प्रकरण खालिदा तनवीर, प्रथम व्यवहार न्यायाधीश कनिष्ठ खण्ड उमरिया के न्यायालय के अंतर्गत 6 वर्षों से पृथक जीवन यापन कर रहे दंपति को वैवाहिक संबंधों का पुनर्स्थापन कर एक परिवार को आपस में मिलाया गया, इसके अतिरिक्त अमृता मिश्रा, तृतीय व्यवहार न्यायाधीश कनिष्ठ खण्ड उमरिया के न्यायालय के अंतर्गत भी वैवाहिक प्रकरण में आपसी समझौता कराकर उनका पुर्नमिलन कराया गया।
इनकी रही उपस्थिति
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला दण्डाधिकारी गोविन्द सिंह मरकाम, जिला अधिवक्ता संघ उमरिया पुष्पराज सिंह, विशेष न्यायाधीश/तृतीय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीष रामसहारे राज, प्रथम अपर जिला न्यायाधीष श्री आर0एस0 कनौजिया, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण संगीता पटेल, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट आर0पी0 अहिरवार, न्यायिक दण्डाधिकारी धर्मेन्द्र खण्डायत, अमृता मिश्रा, तृतीय व्यवहार न्यायाधीष, सुश्री दिव्या विष्वकर्मा, प्रषिक्षु न्यायाधीष/प्रथम व्यवहार न्यायाधीष, किषन सिंह मुख्य नगर पालिका अधिकारी उमरिया, बैंक के अधिकारीगण, जिला न्यायालय के कर्मचारीगण/जिविसेप्रा के कर्मचारीगण, खण्डपीठ के समस्त समाजसेवी, पैनल अधिवक्ता/सुलहकर्ता अधिवक्ता, लीगल एड डिफेन्स काउंसिल सिस्टम के कर्मचारीगण एवं पत्रकारगण उपस्थित रहे।
रिपोर्ट योगेश खंडेलवाल उमरिया
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