जबलपुर संभाग के जिला कटनी की राठी तहसील में रविवार को संत रामपाल जी महाराज के एक दिवसीय विशाल सत्संग का आयोजन हुआ। इस अवसर पर अनेकों भक्त संत सत्संग को सुनने के लिए पहुंचे। संत रामपाल जी महाराज का यह सत्संग प्रोजेक्ट के माध्यम से सभी को दिखाया गया। संत रामपाल जी ने इसमें सर्व धर्मों से प्रमाणित तत्वज्ञान सुनाया और भक्ति के महत्व को समझाया। संत जी ने अपने सत्संग के माध्यम से दहेज प्रथा का प्रतिकार किया और सामान्य रूप से विवाह करने की शिक्षा दी। सत्संग में भक्ति के महत्व को लोगों ने जाना। जानकारी के लिए बता दें कि संत रामपाल जी के अनुयाई दहेज का लेन देन नहीं करते हैं। संत रामपाल जी महाराज के सत्संग की यह खासियत है कि यह न केवल समझदार और उम्रदराज लोगों के लिए है बल्कि बालक और युवा भी इससे बखूबी लाभान्वित होते हैं। संत रामपाल जी महराज के सत्संग के सुविचार प्रत्येक आयुवर्ग के लोगों के लिए हैं। गौरतलब है कि संत जी के सत्संगों का आयोजन सभी जिले तहसीलों में आए दिन होता रहता है तथा संत जी के समागम भी उनके सतलोक आश्रमों में होते रहते हैं। ये सभी सत्संग और भंडारे निशुल्क होते हैं अन्य धर्मगुरुओं की तरह सत्संग सुनने के लिए हजारों की फीस नहीं देनी होती है। संत रामपाल जी ने ऐसा निर्मल समाज तैयार कर रहे हैं जिसमें पुरानी रूढ़ियों, आडम्बर, कुप्रथाओं एवं दुराचार जड़ से खत्म हो रहे हैं। संत जी ने बिना किसी जातिगत भेदभाव, आर्थिक भेदभाव के सभी स्त्री पुरुष के लिए भक्ति के रास्ते समान रूप से खोले हैं। संत रामपाल जी सच्चे अर्थों में समाज सुधारक हैं जिन्होंने सर्व धर्मों पर आधारित सत्य ज्ञान से लोगों को परिचित करवाया है। अधिक जानकारी के लिए संत रामपाल जी एप डाउनलोड करके उनकी पवित्र पुस्तक ज्ञान गंगा निशुल्क ऑर्डर करके पढ़ सकते हैं अथवा पीडीएफ डाउनलोड करके भी पढ़ा जा सकता है।
रिपोर्ट – निधि
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