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जानवरों की दवा ज़ाइलाज़ीन के ड्रग्स के साथ उपयोग ने इन्सानों को बनाया जॉम्बी – ख़ौफ़ में है अमेरिका ।

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हमेशा से अमेरिका में ड्रग्स एक बहुत बड़ी समस्या रही है । अमेरिका में सरकार की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका का एक व्यक्ति हर पांचवें मिनट पर ड्रग ओवरडोज की वजह से मर रहा है । अब अमेरिका के शहरों में Zombie Drug Xylazine नाम का एक नया ड्रग भयंकर तबाही मचा रहा है। अकेले न्यूयॉर्क में साल 2021 में लगभग 2668 लोगों की इस ड्रग की वजह से मौत हो चुकी है। इस ड्रग को Fentanyl नामक अफीम में मिलाकर और खतरनाक बनाया जा रहा है । दोनों ड्रग से मिश्रित नई ड्रग का नाम Tranq Dope है ।

ज़ाइलाज़ीन यानी जॉम्बी ड्रग, नॉन-ओपिऑयड है जिसमें अफीम जैसे पदार्थ नहीं हैं। यह दवा पूरी तरह से रासायनिक तत्वों से बनी हुई है, जिसमें कोई प्राकृतिक तत्व नहीं है, इसलिए इंसानों के लिए यह बहुत खतरनाक है। वास्तव में ज़ायलाज़ीन जानवरों का ट्रैक्यूलाइज़र होता है, अमेरिका के फूड एंड ड्रग एडमिनिसट्रेशन ने इसे जानवरों के इलाज के लिए मंजूरी दी थी, पशुओं के लिए उपयोग तक तो ठीक था पर जबसे इसे इंसानों ने नशे के लिए लेना शुरू किया तब से मुसीबत बढ़ गई है। लोग इसे हेरोइन या फेंटेनाइल में मिलाकर ले रहे हैं जबकि ज़ाइलाज़ीन की जरा सी भी मात्रा भी बहुत खतरनाक होती है। इसे सूंघकर अथवा निगलकर या फिर इंजेक्शन लगाकर, लिया जा सकता है।

इस ड्रग को लेते ही सांसें धीमी हो जाती हैं, नींद के साथ बेहोशी आने लगती है। ड्रग लेने वाला व्यक्ति सोचने-समझने की शक्ति खो बैठता है और एक ही जगह पर जम जाता है। त्वचा पर घाव ( अल्सर) बन जाते हैं, जो बहुत तेजी से बढ़ते हैं।तुरंत इलाज न होने पर अल्सर डेड स्किन में बदल जाता है, और त्वचा सड़ने लगती है जिसे अंततः काटना पड़ता है। इसका उपयोग करने वाले लोगों की त्वचा में भयानक रूप से वीभत्स निशान बन जाते हैं, और फिर वह व्यक्ति जॉम्बी जैसे दिखने लगता है । इसीलिए इसको जॉम्बी ड्रग का नाम दिया गया है। त्वचा पर बने ये खुले घाव धीरे-धीरे पूरे शरीर पर फैलने लगते हैं। त्वचा की कोशिकाएं मरने लगती हैं और अंग इतना खराब हो जाता है कि व्यक्ति की जान बचाने के लिए शरीर के उस हिस्से को काटना पड़ता है।चूंकि इसका कोई इलाज नहीं है तो देर होने पर लोगों की मौत भी हो जाती है।

ज़ॉम्बी एक शव के पुनर्जीवन के माध्यम से निर्मित एक पौराणिक मृत शारीरिक भूत-प्रेत है। जॉम्बीज को पुनर्जीवित लाशों के रूप में चित्रित किया जाता है जो अक्सर एक वायरल प्रकोप या अलौकिक अभिशाप के फलस्वरूप जीवन में वापस आ जाती हैं। उन्हें धीमी गति से चलने वाले, सड़ने वाले प्राणियों के रूप में दिखाया जाता है जो मानव मांस के लिए तरसते हैं और इसके लिये किसी पर भी हमला कर देते हैं।आश्चर्य की बात है कि भयावह और वीभत्स जीवों के रूप में जाने जाने के बाद तथा अपने नाम के इस ख़तरनाक ड्रग के चलते हो रही भयंकर तबाही के बाद भी जॉम्बी लोकप्रिय संस्कृति का एक प्रमुख और मनोरंजन का एक लोकप्रिय विषय बन गया है।
( राजीव खरे राष्ट्रीय ब्यूरो)

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