बालक आश्रम शाला के लिए सरकार हर साल अरबों रुपये खर्च करती है लेकिन कुछ शिक्षक ही सरकार की मंशा पर कुठाराघात करने पर उतारू हैं। मामला बीजाडांडी के बालक आश्रम शाला का है। यहां पर बालक आश्रम में किसी भी कार्य को करने के लिए कर्मचारी नही है लेकिन काम के लिए कर्मचारियों को न बुलाकर यहां पढ़ने वाले कक्षा दो व तीन के बच्चों से मजदूरी कराई जा रही है।
इसके लिए हाल ही में विद्यालय परिसर के बाहर लकड़ी गिरवाई गई थी। मजदूरी नहीं देनी पड़े, इसके लिए विद्यालय के शिक्षकों ने इन बच्चों को पढ़ाई कराने की बजाए लकड़ी के गठे ढोने के काम पर लगा दिया। लकड़ी उठा रहे बच्चों ने बताया कि प्रिंसिपल सर जी ने कहा है कि लकड़ी बाहर से उठा कर अंदर ले आओे। यहां पर दस बच्चे लकड़ी ढोते पाए गए।
स्कूल में छात्रोें से मजदूरी करवाना बहुत गलत है। मामले की जांच कराई जाएगी। दोषी शिक्षक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए ।
रिपोर्टर :- फिरदौस खान
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