छतरपुर मध्यप्रदेश
पत्नि बच्चों को लेकर मायके गयी तो पति ने लगायी फांसी,पुलिस ने मौके पर जाकर बचायी जान
नौगांव -छतरपुर । गुस्से में इंसान क्या कर बैठता है, इसका अंदाजा उस समय नहीं होता है और कभी कभी यह गुस्सा किसी की जान पर बन आती है। ऐसा ही वाक्या बीती रात नौगांव में देखा गया, जब वीरेन्द्र कॉलौनी निवासी एक व्यक्ति ने रात्रि को थाने पहुंचता है और वहां एचसीएम(हेड मुन्सी) से बोलता है *कि मेरे भाई ने अपने आपको एक कमरे में बंद कर लिया है और गुस्से में आकर कह रहा कि मैं मर जाऊंगा।सूचना पर पुलिस बल द्वारा सक्रियता दिखाते हुए नगर निरीक्षक को जानकारी देकर बल मौके पर पहुंचा। *जिस समय पुलिस पहुंची ,तब वह व्यक्ति फांसी लगाकर लटक चुका था, तो पुलिस द्वारा गेट तोडक़र उसकी जान बचायी गयी। उसने यह कदम पत्नि और बच्चों के वियोग में उठाया था।
वीरेन्द्र कॉलौनी निवासी रामरतन अहिरवार विगत दिनांक 24.05.23 की रात्रि नौगांव थाने पहुंचे और एचसीएम (हेड मुन्सी) प्रमोद शर्मा को उसने बताया कि मेरा भाई गुस्से में आकर अंदर से कमरे के गेट बंद कर लिया है और कह रहा है कि मै मर जाऊंगा। भाई ने अनहोनी घटना घटित होनेे का अंदेशा जताया।हेड मुन्सी प्रमोद शर्मा ने थाना प्रभारी दीपक यादव को घटना की जानकारी बतायी। *थाना प्रभारी द्वारा तत्काल एसडीओपी नौगाँव, श्री चंचलेश मरकाम से इस संबंध में बात की। श्री मरकाम द्वारा घटना की जानकारी श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय छतरपुर श्री अमित सांघी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय, श्री विक्रम सिंह को दी गयी एवं आवश्यक दिशा निर्देश प्राप्त कर पुलिस ने तत्परता पुलिस दल रवाना किया।* पुलिस दल से हेड कॉन्स्टेबल जय कुमार ,गोविन्द्र दास , कॉन्स्टेबल ब्रजलाल जब मौके पर पहुंचते है तो कमरा अंदर से बंद था। कमरे में बंद व्यक्ति अरविन्द्र अहिरवार था। जब पुलिस ने जोर से जोर आवाज लगायी तो उसने कोई जबाब नहीं दिया, जिससे पुलिस ने गेट का कुन्दा तोडक़र अंदर प्रवेश किया तो वह व्यक्ति फांसी के फंदे पर लटक चुका था। तब तीनों पुलिसकर्मी ओर भाई ने सूझबूझ से उसे नीचे से ऊपर किया ओर किचिन से चाकू मंगाकर फंदा काटा। जिससे उस व्यक्ति की जान बच गयी।
पत्नि और बच्चो के वियोग में लगाया फंदा –
अरविन्द्र अहिरवार के द्वारा होश आने पर बताया गया कि उसकी पत्नि ४-५ दिन से मायके गयी है।मेरे पांच बच्चो को ले गयी और वह वापिस नहीं आ रही। न मेरा फोन उठा रही, इसलिये मैं आत्महत्या करना चाहता था।पुलिस बल उसे लेकर थाने आया थाना प्रभारी दीपक यादव द्वारा उक्त व्यक्ति को एक घंटे कमरे में बैठाकर समझाईश दी गयी और मायके से उसकी पत्नि और बच्चो को बुलाया गया। उसने अपनी गलती मानी और दोबारा ऐसी गलती न करने का वायदा किया। पति-पत्नि और बच्चे सकुशल घर गये । पुलिस द्वारा आत्महत्या करने वाले व्यक्ति के छोटे भाई रामरतन द्वारा दी गई जानकारी पर तुरंत कदम उठाया। यदि कुछ मिनट की ही देरी होती तो उक्त व्यक्ति की जान भी जा सकती थी।
श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय छतरपुर,श्री अमित सांघी द्वारा उक्त टीम को उचित पुरस्कार देने की घोषणा की गई है।
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