डिंडौरी मध्य प्रदेश
पंच व ग्रामीणों ने शहपुरा सीईओ सी की लिखित शिकायत
डिंडौरी जिले की शहपुरा जनपद के अधिकारी, कर्मचारी भ्रष्टाचार करने में जिले में ही नहीं प्रदेश में नंबर वन है। इस जनपद में आने वाली लगभग हर पंचायत में पंचायत कर्मीयो ने शासन को हर साल लाखों रुपए का गबन किया जाता है, जिसकी शिकायत करने पर आज तक कोई ठोस करवाही नही होने के कारण इनके हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। ऐसा ही मामला सामने आया है ग्राम पंचायत बिजौरी का जिसमे पंचायत के पंच व ग्राम वासियों ने शहपुरा जनपद सीईओ अरविंद बोरकर को शिकायती आवेदन देकर बताया की ग्राम के सरपंच, सचिव ने निजी लाभ के चक्कर मे 15वे वित और 5वे वित की राशि को फर्जी बिल लगा आहरित कर ली। ग्रामीणो ने मुख्यकार्यपालन अधिकारी से माग की है कि मामले की जांच कर दोषियो के विरूध्द कार्यवाही की जावे।
जनपद शहपुरा की ग्राम पचायत बिजौरी के पंच व ग्रामीणो ने जनपद कार्यालय शहपुरा पहुंच नवागत सीईओ अरविन्द बोरकर को लिखित शिकायत कर आरोप लगाया है कि सीमेंट कांक्रीट सड़क निर्माण कार्य बुध्दसेन के घर से आगनवाडी भवन तक ग्राम गुतली में सरपंच पुत्र रामफल के बैंक खाते में मजदूरी के नाम पर 95000 रुपए का भुगतान किया गया है। इसी तरह ग्राम मोहरा खुर्द में आंगनवाडी मरम्मत के नाम पर दो अलग अलग स्वीक्रत एव भुगतान किया गया है जबकि ग्राम में केवल एक ही आंगनबाड़ी केंद है।
ग्रामीणो व्दारा लिखित शिकायत कर आरोप लगाया गया है कि नल जल योजना के रख-रखाव एव मरम्मत कार्य के नाम पर लगभग दो लाख रू का भुगतान किया गया है, जबकि नल जल योजना पीएचई विभाग द्वारा कुछ माह पूर्व ही ग्राम पंचायत को हस्तान्तरित किया गया है। वर्तमान में मरम्मत की आवश्यकता नहीं है। 15 में वित योजना के दिशा निर्देशो ग्राम पंचायत की कार्य योजना में शामिल कर पीएचई विभाग के सक्षम अधिकारी द्वारा तकनीकी स्वीक्रति पश्चात ही निर्माण कार्य कराये जाने एव मूल्यांकन के आधार पर भुगतान किए जाने का प्रावधान है।
इसी प्रकार ग्राम चरगांव माल में 15वे वित्त योजना मे नाडेप टांका निर्माण कार्य आंगनबाड़ी के पास एवं तालाब के पास होना स्वीकृत है, बगैर निर्माण कार्य कराये 48000 का अहरण फर्जी बिल वाउचर तैयार कर किया गया है।
बिना निर्माण कार्य के राशि आहरित
ग्रामीणों व्दारा आरोप लगाया गया है कि पंचायत के चरगांव मे 15वे वित योजना मे नाडेप निर्माण कार्य आगनवाडी के पास एव तालाब के पास होना स्वीक्रत है बगैर निर्माण कार्य के करीब 48000 रू की राशि फर्जी बिल बाउचर लगा आहरित कर ली गई। इसके अलावा शासन के दिशा निर्देशो के विपरीत कार्यालीन व्यवस्था के नाम पर लाखो रूपयो का आहरण फर्जी तरीके से किया गया है।
इनका कहना है
ग्रामीणों व्दारा शिकायत प्राप्त हुई है मामले की जांच करवाई जा रही है। जांच उपरांत नियमानुसार कार्यवाही होगी।
अरविद बोरकर, सीईओ जनपद पंचायत शहपुरा।
अखिलेश झरिया
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