न्यू जर्सी अमेरिका
किसी भूतल के रहने वाले स्व सभ्यता-
संस्कृति से करते हैं स्वराष्ट्र का निर्माण.
वास्तव में वे भूखंड निवासी ही देते,
उसको उसकी असली पहचान.
जिस देश के नागरिक सदा रहे जाग्रत,
उसकी रक्षा का नित रखते हैं ध्यान.
उस देश की अखंडता रहे सुरक्षित,
देश रहे सदा खतरों से भी अनजान.
गणतंत्र सफल हो पाता तब ही,
सुधीजनो का हो उसमें योग दान.
सच्चा देश प्रेम, हो उन सबमें तब,
करे निज कार्यों से राष्ट्र कल्याण.
संप्रभुता रक्षण दायित्व सैनिकों संग,
सम हो हर नागरिक का मूल्यवान.
सजग प्रहरियों का कर्तव्य निभाएं,
हर जन से बढ़े देश अभिमान.
मेरे केशों से गंगा यमुना का उदभव,
चरण हमारे कन्या कुमारी भाल हिमवान.
पूर्व पश्चिमोत्तर भुजा हमारी कोरो मंडल-
मालाबार पांव विन्ध्याचल मेखला नाम.
ऐसा मै संपूर्ण हूं भारत राष्ट्र धर्म ही हो,
सबका पावन अपना धर्म और धाम.
राष्ट्र धर्म ही ईश उपासना मनसा वाचा कर्मणा,
न ही राष्ट्र विरोधी न हो अपने कोई काम.
ग्राम ,नगर, नदी,पर्वत ,वन ,उपवन हैं तन,
निवासियों से हो राष्ट्र आत्मा का ज्ञान.
राष्ट्र मम अभिवर्धन से अक्षुण्य रहे,
अस्मिता देश की हो ऐसे अपने काम.
नवधा भक्ति से करे हम राष्ट्र आराधना,
तभी हो देश का अपने कल्याण.
बुद्धि विवेक से बन्धुत्व को करे जाग्रत,
सदा हिंदुत्व भावना का करै सम्मान.
देश की आन पर बलि बलि जाए जान
हमारे कर्मों से सदा ही बड़े इसकी शान
जय मेरे भारत मेरे भारत महान …….
रिपोर्ट- अनिल भंडारी
Leave a comment