ढीमरखेड़ा
ज्ञात हो कि शासन प्रशासन द्वारा किसानों को मूंग की खरीदी में समस्या न जाए इस कारण इस वर्ष ग्रीष्म कालीन मूंग खरीदी में उपार्जन केन्द्रों को बढ़ाया गया था जिसमें ढीमरखेड़ा तहसील पर झिन्न्ना पिपरिया उपार्जन केंद्र के अलावा ढीमरखेड़ा समिति का एक और उपार्जन केन्द्र काशी वेयर हाउस में प्रस्तावित किया गया था जहां पर समिति द्वारा पूर्ण व्यवस्था भी कर ली गई थी लेकिन अचानक संबंधित विभाग द्वारा ढीमरखेड़ा समिति के निर्धारित केंद्र काशी वेयरहाउस को संशोधित कर समाप्त कर दिया गया जिसका खामियाजा यह हुआ कि ढीमरखेड़ा तहसील में एक ही मूंग उपार्जन केंद्र बचा जिसमें पूरे तहसील के किसानों की खरीदी हो रही थी और वह भी खरीदी पूर्ण नहीं हो सकी और खरीदी का समय समाप्त हो गया संबंधित विभाग द्वारा एक खरीदी केंद्र विलुप्त करने का अचानक निर्णय लेना किसानों को बहुत बड़े नुकसान की ओर ले गया किसान अपनी बची हुई मूंग को लेकर या तो मंडी भटक रहे हैं या तो अपने घर पर ही शासन प्रशासन के आदेशों पर टक टकी लगाकर बैठे हुए हैं
दूसरा केंद्र होता तो किसानों का बिकता दाना दाना
किसानों में राजेंद्र गर्ग ज्ञानेंद्र मिश्रा अशोक परोहा धर्मेंद्र गौतम मुन्नालाल सुशील कुमार राजीव शुक्ला राजेश यादव अंजलि बर्मन राकेश बर्मन कैलाश गर्ग राजेश गर्ग शरद शुक्ला प्रदीप चौरसिया गीता गौतम का कहना है कि अगर तहसील में जो केंद्र विलोपित किया गया था वह बना रहता तो किसानों का एक-एक दाना उपार्जन केंद्र में विक्रय हो जाता किसानों को कहीं कोई समस्या का सामना नहीं करना पड़ता अब लगभग 2400 किसानों से लगाबाग 40000 कुंटल की खरीदी ना हो पाना ढीमरखेड़ा क्षेत्र में किसानों के लिए बहुत बड़ी समस्या बनी हुई है कुछ किसानों ने यह भी सोशल मीडिया पर आरोप लगाया कि खरीदी प्रारंभ होने पर क्षेत्र के दर्जनों नेता मूंग खरीदी केंद्र झिन्ना पिपरिया पर फोटो सेशन कर रहे थे लेकिन अब जब गंभीर समस्या बनी है तो कोई नेता इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं
पदमेश गौतम सांसद प्रतिनिधि बड़वारा हमारे द्वारा पत्राचार किया जा रहा है और किसानों को हो रही समस्याओं का निराकरण किया जाएगा उपार्जन केंद्र में किसानो की मूंग खरीदी जाए इसका पूरा प्रयास किया जा रहा है
सौरभ गर्ग ब्यूरो कटनी
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