जिला सीधी
स्वास्थ्य कार्यक्रमों की हुई समीक्षा
जिले में स्वास्थ्य सुविधाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में कलेक्टर साकेत मालवीय की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ आई.जे. गुप्ता, सिविल सर्जन डॉ नंदिनी पाठक, समस्त राष्ट्रीय कार्यक्रमों के नोडल अधिकारी, महिला एवं बाल विकास के जिला प्रतिनिधि, जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ सुनीता तिवारी, जिला लेखा प्रबन्धक, समस्त खण्ड चिकित्सा अधिकारी, विकास खण्ड परियोजना अधिकारी, अनुश्रवण मूल्यांकन अधिकारी व ब्लॉक स्तर के बीपीएम, बीसीएम, एकाउंटेन्ट उपस्थित रहे। बैठक में एजेंडा अनुसार अद्यतन स्थिती पीपीटी के माध्यम से प्रस्तुत किया गया।
कलेक्टर श्री मालवीय द्वारा सभी कार्यक्रमों की विस्तृत समीक्षा करते हुए निर्देशित किया गया कि वर्तमान में जो भी कार्य किए जा रहे हैं सर्वप्रथम उनके लक्ष्य निर्धारण के लिए प्रमाणिकता को सुनिश्चित किया जाए ताकि किए गए कार्यों की वास्तविक समीक्षा कर विभिन्न स्तरों पर सौंपी गई जिम्मेदारियों की जवाबदेही तय की जा सके। यह निर्देश पूर्व बैठक में भी दिए गए थे जिसका उल्लेख करते हुए कलेक्टर द्वारा नाराजगी व्यक्त की गई और अगली बैठक में उक्त निर्देशों का पालन करते हुए तैयारी करने के लिए निर्देशित किया गया। उन्होने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत दी जा रही सेवाओं और इम्पैनल्ड अस्पतालों की जानकारी सभी स्वास्थ्य संस्थाओं में प्रदर्शित होनी चाहिए। साथ ही जिला अस्पताल एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर हेल्प डेस्क स्थापित होने चाहिए। पोषण पुनर्वास केन्द्र में बेड की उपलब्धता के लक्ष्य के विरूद्ध माह अप्रैल से चालू माह तक कम उपलब्धि होने के कारण महिला एवं बाल विकास एवं स्वास्थ्य विभाग को संयुक्त रूप से कार्य करने एवं दोनों विभाग के सुपरवाईजरों से सक्रियता से काम लेने के लिए निर्देशित किया गया।
बैठक में सीएमएचओ डॉ गुप्ता ने कहा कि अनमोल पोर्टल के अपडेशन की जिम्मेदारी ए.एन.एम. की है जिसकी निरंतर समीक्षा करते हुए प्रत्येक प्रसूता हितग्राही की समय-समय पर पोर्टल में जानकारी अद्यतन कराई जाए ताकि चारों प्रसव पूर्व जांचों की जानकारी प्रसव काल पूर्ण होने के 1 माह पूर्व तक पोर्टल में अपडेट हो जाए। शासन स्तर से प्रत्येक माह की 9 और 25 तारीख को उच्च जोखिम वाली प्रसूताओं के देख-भाल के लिए दिन निर्धारित किया गया है, उनके स्वास्थ्य के लिए इस दिन आयरन सुक्रोज और रक्तदान शिविर प्रत्येक माह जिले अस्पताल के साथ-साथ अर्बन पीएचसी, विकासखण्ड स्तर पर आयोजित किए जाए। साथ ही कलेक्टर महोदय के पूर्व निर्देशानुसार उपखण्ड अधिकारी की अध्यक्षता में खण्ड चिकित्सा अधिकारी दूसरे सहयोगी विभागों की संयुक्त मासिक बैठक आयोजित कर सेवा प्रदायगी की समीक्षा कराएं और आगामी माह की कार्ययोजना तय करें और प्रगति प्रतिवेदन से अवगत कराएं। उन्होने कहा कि आशा, ए.एन.एम., आशा सहयोगी, सुपरवाईजर की जिम्मेदारी है कि हितग्राही को प्रदाय की गई सेवा की जानकारी पोर्टल में सही और समय पर दर्ज हो। विकासखण्ड कम्युनिटी मोबिलाईजर इसके सत्यापन को सुनिश्चित करें की बिना सेवा प्रदायगी के गलत जानकारी पोर्टल में अद्यतन नही की जाए।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ सुनीता तिवारी ने कहा कि शासन द्वारा हर स्तर पर मातृ मृत्यु को रोकने के लिए प्रबंध किए गए हैं फिर भी कोई भी प्रकरण जिले के अंतर्गत किसी भी स्वास्थ्य केन्द्र अथवा समुदाय स्तर पर प्रसव के पूर्व दी जाने वाली सेवाओं के अभाव में होना पाया गया तो प्रत्येक स्तर पर इसकी जिम्मेदारी तय कर कार्यवाही राज्य स्तर से की जाएगी। सीएमएचओ डॉ गुप्ता ने प्रत्येक अधिकारी कर्मचारी को सख्त निर्देश दिए कि अपने मुख्यालय पर रहें और अपने दायित्वों का निर्वहन करें। प्रत्येक ए.एन.एम. अपने क्षेत्रीय गांव में कम से कम माह में एक से दो बार भ्रमण करे संपूर्ण ए.एन.सी., हाई रिस्क प्रिग्नेन्सी का चिन्हांकन कर ले एवं आगामी माह की ड्यू लिस्ट तैयार करा ले सभी आंन लाइन जानकारी पोर्टल में अपडेट रखे। क्षय रोगियों का सर्वे और मच्छर जनित बिमारियों का भी सेक्टर बैठक में अन्य बैठकों में समीक्षा करें। आई पास के संभागीय समन्वय पवन बारी द्वारा विकल्प प्रोग्राम की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों की उपलब्धता एवं उनके उपयोग के लिए निरंतर परामर्श दिया जाना आवश्यक है सभी संस्थाओं एवं मैदानी कार्यकर्ताओं को इसकी पहल करते रहना चाहिए।
रिपोर्ट सोनू गुप्ता
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