इंदौर मध्य प्रदेश
इंदौर म.प्र.। दिव्यांग भाई-बहनों के सहायतार्थ राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच इंदौर एवं दिव्योत्थान एजु केशन एंड सोशल वेलफेयर सोसायटी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित हिंदी रक्षक राष्ट्रीय सम्मान २०२३ इंदौर स्थित प्रीतमलाल दुआ सभागृह में सम्पन्न हुआ। समारोह में देश-विदेश से पधारे ५० साहित्यकारों शिक्षाविदों व दिव्यांग जनों का सम्मान किया गया। प.पूज्य १०८ श्रीदिव्येश कुमारजी बाबा सा. के सानिध्य में कार्यक्रम की अध्यक्षता हिंदी साहित्य अकादमी भोपाल के निदेशक डॉ. विकासजी दवे ने की, मुख्य अतिथि देवी अहिल्या विश्वविद्यालय इंदौर की कुलपति प्रो.डॉ. रेणुजी जैन, कुशाभाऊ ठाकरे विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति प्रो.डॉ. मानसिंहजी परमार, जलसंसाधन मंत्री म.प्र. राज्य शासन माननीय तुलसी सिलावट, इंदौर नगर निगम के महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विशिष्ट अतिथि एडिशनल कमिश्नर जीएसटी इंदौर वीरेंद् जैन, पूर्व राज्य मंत्री पं. योगेन्द्र महंत थे। दृष्टिहीन बालिका मानसी पांडे ने अपनी मधुर आवाज में माँ सरस्वती का आह्वान किया जिसे सुन सभी श्रोताओं को सक्षात माँ सरस्वती की उपस्थिति का आभास हुआ। तत्पश्चात अतिथियों का स्वागत राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच के संस्थापक डॉ. पवन मकवाना एवं संस्था दिव्योत्थान की अध्यक्ष डॉ. दीपमाला गुप्ता द्वारा किया गया। स्वागत एवं अतिथि उद्बोधन के पश्चात देश विदेश से पधारे ५० साहित्यकारों शिक्षाविदों एवं दिव्यांग जनों को पृथक-पृथक श्रेणी में सम्मान-पत्र, पदक, प्रशस्ति-पत्र व उपरना ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर विशेषकर दिव्यांगजनों को भेंट स्वरुप मोबाइल फोन, व्हील चेयर एवं बैसाखिया भी वितरित की गई।
संस्था दिव्योत्थान के सचिव डॉ. पवन मकवाना ने दर्शकों एवं दिव्यांगजनों से जानकारी साझा करते हुए बताया की शीघ्र ही दिव्योत्थान एजुकेशन एंड सोशल वेफयर सोसायटी द्वारा दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाने हेतु एक औद्योगिक प्रशिक्षण शिविर भी प्रारम्भ किया जा रहा है। कार्यक्रम का संचालन अर्पणा तिवारी ने किया।
कार्यक्रम में पधारे अतिथियों का आभार डॉ. दीपमाला गुप्ता ने माना। कार्यक्रम समाप्ति पश्चात पधारे सभी अतिथियों ने स्वल्पाहार किया अंत में पधारे सभी दर्शकों, साहित्यकारों, दिव्यांग भाई-बहनों को विदाई में स्मृति चिन्ह (रिटर्न गिफ्ट) भी प्रदान किये गए। रिपोर्ट अनिल भंडारी 94250 59410
Leave a comment