मंडला
आदिवासी समाज ने नारायणगंज तहसील में पदस्थ नायब तहसीलदार सुश्री रैना तामिया के खिलाफ तीव्र विरोध जताते हुए कार्रवाई की मांग की है। 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होने से आदिवासी अधिकारियों और कर्मचारियों को रोकने के लिए सुश्री तामिया ने व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से आदेश जारी किए हैं, जिसे आदिवासी समाज ने भेदभावपूर्ण और असंवैधानिक बताया है।
सुश्री तामिया के इस आदेश से नाराज आदिवासी समाज ने कहा कि यह कदम न केवल उनकी सांस्कृतिक पहचान पर हमला है, बल्कि यह भी संविधान और पदीय अधिकारों का उल्लंघन है। आदिवासी समाज का कहना है कि कोई भी शासकीय सेवक अपने अवकाश का उपयोग कर अपनी स्वेच्छा से किसी भी पर्व में शामिल हो सकता है, और किसी भी अधिकारी को इसके लिए रोकना अस्वीकार्य है।
संबंधित अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि इस मुद्दे पर उचित कार्रवाई की जाएगी, लेकिन आदिवासी समाज ने स्पष्ट किया है कि यदि आज दोपहर 03 बजे तक ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो वे रोड जाम और अन्य आंदोलनात्मक गतिविधियों पर बाध्य होंगे।
इस परिदृश्य ने तहसीलदार के खिलाफ व्यापक असंतोष और आक्रोश उत्पन्न किया है, और आदिवासी समाज इस मामले में त्वरित और सख्त कार्रवाई की उम्मीद कर रहा है।
संवाददाता-फिरदौस खान
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