शहडोल मध्य प्रदेश
संयुक्त कमिश्नर ने गठित की जांच टीम
शहडोल। शासकीय कुशाभाऊ ठाकरे जिला चिकित्सालय शहडोल में पदस्थ आईसीयू प्रभारी डॉ. अब्दुल वसीम की मनमानी कार्यशैली तथा मरीजों के साथ किया जा रहे दुर्व्यवहार को लेकर पत्रकारों ने आज संयुक्त कमिश्नर एवं सिविल सर्जन सह अस्पताल अधीक्षक को ज्ञापन सौंप कर तत्काल कार्यवाही की मांग की है। पत्रकारों वर्षों पर गए ज्ञापन पर जहां संयुक्त कमिश्नर ने शिकायत की जांच के लिए एक टीम गठित की है वहीं सिविल सर्जन ने भी कार्यवाही का आश्वासन दिया है।
ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि आईसीयू प्रभारी डॉ अब्दुल वसीम द्वारा आईसीयू में केवल उन्हीं मरीजों को भर्ती होने की इजाजत दी जाती है जो उनसे इलाज कराते हैं। अन्य चिकित्सकों से इलाज कराने वाले गंभीर रोगियों को भी आईसीयू से अन्यत्र वार्ड में शिफ्ट करने का आदेश दे दिया जाता है। ज्ञापन में बताया गया कि आईसीयू में भर्ती एक महिला मरीज जिला चिकित्सालय में ही पदस्थ अन्य चिकित्सक से अपना उपचार कर रही थी तो उन्हें आईसीयू प्रभारी ने टीबी के लक्षण बढ़कर अन्य वार्ड में शिफ्ट करने की सलाह दे दी। जबकि उक्त मरीज की जांच रिपोर्ट में टीबी के कोई लक्षण नहीं पाए गए।
ओपीडी से किया किनारा
ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि डॉ. अब्दुल वसीम कभी भी जिला चिकित्सालय की ओपीडी में नहीं बैठते। यदि कभी उनकी मर्जी ओपीडी में बैठने की हो भी गई तो वह अक्सर दोपहर 12:30 बजे के बाद ही वहां मिलते हैं। एक तो वैसे ही जिला अस्पताल में डॉक्टर्स का अभाव है, ऊपर से जो यहां पदस्थ हैं वह भी यदि ओपीडी में अपनी सेवाएं नहीं देंगे तो दूर-दूर से आने वाले मरीज को समुचित उपचार कैसे मिल सकेगा। यही वजह हो सकती है कि जिले के अधिकांश मरीजों को इलाज के लिए महानगरों का रुख करना पड़ता है।
कॉल पर भी नहीं आते
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया है कि डॉ अब्दुल वसीम को यदि किसी गंभीर मरीज को देखने के लिए जिला अस्पताल से कॉल भेजी जाती है तो वह कॉल पर भी अस्पताल नहीं आते। ऐसी स्थिति में संबंधित रोगी को विशेषज्ञ चिकित्सक की सेवाएं नहीं मिल पाती और वह या तो तड़प तड़प कर मर जाता है या फिर किसी अन्य अस्पताल की शरण में जाने को मजबूर हो जाता है। इस प्रकार जिला अस्पताल में पदस्थ मेडिकल विशेषज्ञ डॉ. अब्दुल वसीम की सेवा भावना का सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है।
इन्होने सौंपा ज्ञापन
ज्ञापन सौंपते समय वरिष्ठ पत्रकार मोहम्मद अली, राजेंद्र मिश्रा, राहुल सिंह राणा, अनिल द्विवेदी, गजेंद्र सिंह परिहार, कृष्णा तिवारी, पुष्पेंद्र चतुर्वेदी, मनीष शुक्ला, अजय पाल, सोनू खान, अखिलेश मिश्रा आदि पत्रकार मौजूद रहे।
इनका कहना है
शिकायत की जांच के लिए हम एक टीम गठित कर रहे हैं। जांच रिपोर्ट आने के बाद कार्यवाही अवश्य की जाएगी।
मगन सिंह कनेश
संयुक्त कमिश्नर, संभाग शहडोल
शिकायत बेहद गंभीर है, इस पर निश्चित रूप से कार्यवाही की जाएगी।
जी.एस. परिहार
सिविल सर्जन, जिला अस्पताल शहडोल
अजय पाल
Leave a comment