आयोजन की तैयारी में जुटे देशभर के कई वैज्ञानिक
राममंदिर में लगाए जा रहे उपकरण,
जल्द होगा ट्रायल
ऑप्टोमैकेनिकल सिस्टम के लिए उपकरण लगाए जा रहे
75 मिमी का होगा गोलाकार सूर्य अभिषेक।
दोपहर 12 बजे सूर्य किरणें रामलला के मस्तक पर पड़ेंगी
4 मिनट तक किरणें रामलला के मुख मंडल को प्रकाशित करेंगी
रुड़की सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च संस्थान के वैज्ञानिक लगाए गए।
मंदिर के भूतल पर 2 मिरर, एक लेंस लगाए जा चुके हैं।
सूर्य की रोशनी तीसरे तल पर लगे दर्पण पर गिरेगी।
3 लेंस 2 दर्पणों से होते हुए भूतल पर आखिरी दर्पण पर पड़ेगी।
इससे परावर्तित होने वाली किरणों से मस्तक पर तिलक बनेगा
रिपोर्ट-अंकित गुप्ता
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