छत्तीसगढ़
रायपुर
एक वकील, एक पुजारी या एक राजनेता हर भूमिका को पूरी दक्षता सँभालने वाले पुरंदर मिश्रा का नाम छत्तीसगढ़ में न सिर्फ़ भाजपाइयों बल्कि कांग्रेसियों के बीच भी सम्मान व स्नेह का प्रतीक है।रायपुर के प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर के प्रमुख पुरंदर मिश्रा को जब रायपुर उत्तर से भाजपा की ओर से विधानसभा का प्रत्याशी बनाया गया तो लोगों को बहुत आश्चर्य हुआ, पर उनका नाम सामने आते ही लोगों में इस बात की ख़ुशी फैल गई कि कम से कम अब उन्हें अपने विधायक से मिलने में दिक़्क़त नहीं होगी और वे अपने सुख दुख की बातें वैसे ही अपनी विधानसभा क्षेत्र के मुखिया से कर सकेंगे जैसे अपने परिवार के वरिष्ठ सदस्य से करते हैं।
चुनाव के दौरान भी पुरंदर मिश्रा ने अपनी सौम्यता बरकरार रखी अपने प्रतिद्वंद्वियों के लिये भी सम्मान पूर्वक व्यवहार रखना और दीपोत्सव में भी उनके परिवार के साथ मिलकर ख़ुशियाँ मनाकर उन्होंने सभी का दिल जीत लिया।
अब वो रायपुर उत्तर से निर्वाचित विधायक हैं पर आज भी लोगों से वो उतनी ही सहजता और सरलता से मिलते हैं।वो जब जिससे मिलते हैं एक रिश्ता सा क़ायम कर लेते है। योग्यता के साथ सौम्यता उनको दूसरों से विशिष्ट बनाती है । किसी भी ज़िम्मेदारी को समझना और फिर पूरे मनोयोग और कुशल प्रबंधन के साथ उसे निभाना उनकी सबसे बड़ी ताक़त है। उन्हें जब भी कोई ज़िम्मेदारी मिली उन्होंने उसको ना सिर्फ़ पूरा करते हैं बल्कि कुछ ऐसे नवाचार के साथ करते हैं कि वो एक मिसाल बन जाती है। क्रेडा के अध्यक्ष के मात्र तीन वर्षों के कार्यकाल में सौर सुजला योजना की शुरुआत करवा कर उसे शिखर पर लाना उनकी इस योग्यता का स्पष्ट प्रमाण है।
छत्तीसगढ़ राज्य में भाजपा की नई सरकार में उनकी भूमिका पर चर्चा करने पर वो विनम्रतापूर्वक यही कहते हैं कि मैं सिर्फ़ जनता का सेवक हूँ और भाजपा का सिपाही। जो भी ज़िम्मेदारी पार्टी मुझे सौंपेगी मैं उसे कुशलतापूर्वक निभाने का प्रयास करूँगा। पर उनके क्षेत्र की जनता को विश्वास है कि उनको नई सरकार में बड़ी ज़िम्मेदारी मिलेगी जिसका लाभ पूरे छत्तीसगढ़ को मिलेगा। विधानसभा में पहली बार पहुँचने पर उसके द्वार पर शीश टिका कर प्रवेश करना उनके सौम्य व्यक्तित्व और लोकतंत्र के प्रति आस्था व सम्मान का प्रतीक है और यही वह बात है जो उनको विशिष्ट बनाती है।
( राजीव खरे स्टेट ब्यूरो चीफ़ छत्तीसगढ़)
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