फिरोजाबाद
जिलाधिकारी डा0 उज्ज्वल कुमार व मुख्य विकास अधिकारी दीक्षा जैन ने अपनी प्रशासनिक टीम व पशु चिकित्सकों के साथ विकासखंड जसराना के ग्राम पंचायत बडागांव एवं अकबरपुर कुतकपुर में गौशालाओं व गौसंरक्षण केंद्रों का स्थलीय निरीक्षण कर गायों के रखरखाव, भूसा, हरा चारा, दाना आदि की व्यवस्थाओं को देखा। जिलाधिकारी सर्वप्रथम अपनी प्रशासनिक विकास खण्ड जसराना के ग्राम पंचायत बड़ागांव पहुंचे, वहां उन्होने गौशाला की व्यवस्थाओं को देखा और गौवंश की स्थिति को जाना, जो अपेक्षाकृत ठीक पाई गयी। जिलाधिकारी ने खण्ड विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि वह उपलब्ध कराई गयी गौचर जमीन पर हरा चारा बुबाई कराऐं, जिससे गौवंशों को हरा चारा आसानी से उपलब्ध हो सके। उन्होने यह भी निर्देश दिए कि गौशाला में नन्दी गौवंश को अलग रखा जाए, जिससे गायों की घायल होने की स्थिति उत्पन्न न होने पाए।
इसके उपरांत जिलाधिकारी ने विकास खण्ड की अकबरपुर कुतकपुर गौ आश्रय स्थल का निरीक्षण किया, जहां उन्होने गायों के रख-रखाव, चारे की खराब व्यवस्था एवं गायों की ठीक प्रकार से देखभाल नहीं पाए जाने पर जिलाधिकारी ने इसे गंभीरता से लेते हुए पशु चिकित्सा अधिकारी व वीडीयो को कड़ी फटकार लगाते हुए निर्देश दिए हैं कि वह गायों के लिए हरा चारा, भूसा, दाना आदि की व्यवस्था के साथ गायों के लिए टीन शैड भी बनवाएं। उन्होने निर्देश दिए कि गौआश्रय स्थल में जल भराव न होने दें, पानी की निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करें। इसकेे साथ ही गौचर जमीन पर गायों के लिए हरा चारा की बुवाई कराए।
जिलाधिकारी ने इस मौके पर जनपद के सभी खंड विकास अधिकारियों, सेक्रेटरी, प्रधानों एवं पशु चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह अपने-अपने क्षेत्र की गौशालाओं का निरंतर निरीक्षण करते रहें। उन्होंने कहा कि सभी गौशालाओं में गायों के रख-रखाव, जल निकासी व आवश्यकता पडने पर चिकित्सा की व्यवस्था सुनिश्चित करें। इसी प्रकार से गौशाला में हरे चारे की व्यवस्था के लिए सभी एसडीएम को निर्देश दिए हैं कि वह अपने-अपने क्षेत्र में चारागाह की जमीन को अपने कब्जे में लेकर उसमें चारा-बुवाई का कार्य प्रारंभ करा दें। उन्होंने क्षेत्र के लेखपाल व सेकेट्री को भी निर्देश दिए हैं कि क्षेत्र में ऐसी कोई भी सरकारी जमीन जिस पर अतिक्रमण हो रहा हो उसे अपने एसडीएम के संज्ञान में लाकर अतिक्रमण मुक्त कराकर गौशालाओं से जोड़ा जाए और फिर उसमें हरा चारा उगाया जाए।
निरीक्षण के दौरान उन्होंने सभी पशु चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वह अपने क्षेत्र की गौशालाओं का निरीक्षण कर गायों की यथास्थिति की सत्यापन रिपोर्ट उपलब्ध करा दें। उन्होने पशु चिकित्साधिकारी को यह भी निर्देश दिए कि गायों का निरंतर स्वास्थ्य परीक्षण कराते रहें और जरा भी अस्वस्थ्यता के लक्षण पाए जाने पर उनका इलाज किया जाना सुनिश्चित करें। उन्होने यह भी निर्देश दिये कि सभी गौशालाओं पर एक रजिस्टर बनाया जाये, जिसमें निराश्रित पशु किस दिनांक में कितने पशु कहां से आये है का पूर्ण विवरण अंकन किया जायें। निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी ने सभी खंड विकास अधिकारियों, सेक्रेटरी, ग्राम प्रधानों को निर्देश दिए
रिपोर्ट मनोज कुमार शर्मा
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