छत्तीसगढ़
रायपुर
अंतरराष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस बालिका दिवस हर साल 11
अक्टूबर को मनाया जाता है, जिससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लड़कियों के सामने आने वाले मुद्दों जैसे शिक्षा, पोषण, जबरन बाल विवाह, कानूनी अधिकार और चिकित्सा अधिकार आदि के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके। उपरोक्त मुद्दों को ध्यान में रखते हुए सुधा सोसायटी फाउंडेशन मुख्य रूप से ध्यान केंद्रित कर रहा है। मुख्य उद्देश्य के रूप में शिक्षा क्षेत्र ने आज कम आय वाले परिवारों के लिए 5 प्रतिभाशाली लड़कियों को 1000 रुपये प्रति माह की दर से छात्रवृत्ति जारी की (3 लड़कियां रायपुर छत्तीसगढ़ से हैं और 2 गुरुग्राम हरियाणा से हैं) वर्ष 23-24 के दौरान सोसायटी ने कुल 19 छात्रवृत्तियां जारी की हैं। लड़कियों को (14 लड़कियाँ गुरुग्राम हरियाणा से और 5 लड़कियाँ रायपुर छत्तीसगढ़ से हैं) वर्ष 2021-22 के दौरान सोसाइटी फाउंडेशन ने गुरुग्राम और रायपुर छत्तीसगढ़ की 33 से अधिक लड़कियों को लाभान्वित किया है और विशेष रूप से कोरोना प्रभावित परिवारों को उनकी पढ़ाई में मदद की है। सोसाइटी विभिन्न महत्वपूर्ण उत्सव मना रही है वर्ष भर में अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण दिवस, महिला दिवस जैसे दिन। साक्षरता दिवस आदि और समुदाय के सभी वर्गों को शामिल करना।
सुधा के फाउंडर चेयरमैन गोपाल कृष्ण भटनागर ने बताया कि देश और समाज के विकास के लिए हर बच्चे को शिक्षित होना ज़रूरी है पर ग़रीब परिवार के कुछ कारणों से बच्चे आगे पढ़ नहीं पाते । सुधा इन परिवारों के बच्चों के कल्याण में प्रयासरत है । ये नन्ही बालिकाएँ जब महिला बनेंगी तब अपनी प्रतिभा एवं कौशल से बेहतर माँ, डॉक्टर, इंजीनियर , सैनिक , और समाज सेविका बन पाएँगी। सुधा की अध्यक्ष दीप्ति गोयल ने बताया सुधा बच्चों की स्कूलिंग में पूरा योगदान कर रही है । ओपन स्कूल में बच्ची को तैयार कर के बड़ी स्कूल में भरती कराती है । उन्होंने बताया कि आज ISRO में देखें, हवाई जहाज़ में देखें, रेल में देखें, या खेल में देखें, मेट्रो में देखें, स्कूल हो या इंजीनियर-डॉक्टर, कहीं भी देखें हर क्षेत्र में महिलाएँ आगे बढ़ रही हैं। उन्होंने बालिका शिक्षा के महत्व पर कहा कि जब एक लड़का शिक्षित होता है तो वह भर शिक्षित होता है पर जब एक लड़की शिक्षित होती है तो पूरा परिवार शिक्षित होता है और आज समाज में हर बालिका का शिक्षित होना बहुत ज़रूरी है ।
( रायपुर ब्यूरो)
Leave a comment