छत्तीसगढ़
सारंगढ़-बिलाईगढ़,
सारंगढ़ की चिरायु टीम द्वारा शासकीय प्राथमिक शाला मलदा (ब) में छात्र-छात्राओं के स्वास्थ्य परीक्षण दौरान पाया गया कि कक्षा चौथी में पढऩे वाली बच्ची मनीषा बरिहा को बाँयी आँख से देखने में समस्या थी। जांच में पता चला कि मनीषा के बाँयी आँख में डेवेलपमेंटल मोतियाबिंद (कटेरेक्ट) की समस्या है। चिरायु टीम सारंगढ़ के द्वारा तुरंत उसे उच्च स्तरीय जांच एवं इलाज हेतु रायगढ़ रिफर किया गया, और चिरायु टीम के डॉक्टर्स व स्टाफ के द्वारा मनीषा के घर जाकर उसके माता पिता को इलाज हेतु प्रेरित किया गया। तत्पश्चात 13 मार्च 2023 को चिरायु टीम के स्टाफ एवं नेत्र सहायक अधिकारी गीता मनहर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गोड़म द्वारा मनीषा को जिला अस्पताल रायगढ़ में भर्ती कराया गया। जहाँ अगले दिन उसकी बाँयी आंख के मोतियाबिंद (कटेरेक्ट)का सफल आपरेशन डॉ मीना पटेल (ऑप्थैलमिक सर्जन) द्वारा पूर्ण रूप से नि:शुल्क सफल ऑपरेशन किया गया।
अब इलाज के फॉलोअप की प्रक्रिया की पूर्ण की जा रही है। संयोगवश मनीषा के परिवार का राशनकार्ड कट गया है चूंकि ये बिल्कुल ही गरीब परिवार से संबंध रखते हैं। अत: चिरायु टीम और नेत्र सहायक अधिकारी के अथक प्रयास से यह इलाज संभव हो पाया है। इस सफल ऑपरेशन के लिए मनीषा के माता-पिता शासन की महत्वाकांक्षी चिरायु योजना व समर्पित चिरायु टीम के इस पुनीत कार्य के प्रति आभार व्यक्त किया है। बेटी मनीषा अब आसानी से देख व पढ़ सकेगी। ‘सँवरता बचपन, निखरता कल’ के तर्ज पर चिरायु टीम सारंगढ़ दिन-ब-दिन अपने कार्य को अंजाम दे रही है।
( देवेंद्र बंजारे ज़िला ब्यूरो)
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