इंदौर मध्य प्रदेश
रामादल के संस्थापक, हिन्दू ह्रदय सम्राट पंडित लोकेश शर्मा द्वारा आगामी 6 अगस्त रविवार को भगवान श्री परशुराम जी की जन्मस्थली जानापाव से रामादल कावड़ यात्रा आयोजित की जा रही, जिसमे सनातन संस्कृति एवं पुराणिक कथाओं के अनुसार कावड़ यात्रा की रूप रेखा बनाई गई है जिसके नियम सख्त रखे गए है ,यात्रा मे धुन्ना चेतन्य कर कवाड़ यात्रा में सबसे आगे रहेगा, पूर्ण भग्वा गणवेश अपेक्षित रहेगा, रास्ते मे नाचने की अनुमती नही रहेगी,किसी भी प्रकार के मादक पदार्थ का सेवन प्रतिबंधित होगा,कुछ कावडिये जोड़े के साथ रहेंगे,कावड़ यात्रा के रात्रि विश्राम में मालवा माटी के प्रसिद्ध भजन गायक पीयूष भावसार जी द्वारा मधुर भजनों की प्रस्तुति केसर पैलेस -डोंगरगांव में की जाएगी दिनांक 7 अगस्त की सुबह रुद्राभिषेक के विशेष आयोजन के बाद कावड़ यात्रा ऊट, घोड़ों, झाकियों, डमरू, ढोल,नगाडे, बैंड, एवं झांजर की करतल धवनी व ॐ नम: शिवाय मन्त्रोचार जप के साथ नगर भ्रमण करते हुए चक्की वाले महादेव का जल अभिषेक करेगी।
यात्रा में क्षेत्र के प्रमुख व्यापारी, वरिष्ठ समाजसवी, प्रसिद्ध डॉक्टर्स, भारतीय फोज के पूर्वसैनिक,किसान, अधिवक्ता, युवा साथी,उद्योगिक संस्थानों के मैनेजर एवं जी.एम तक कावड़ उठाएंगे।
यात्रा संयोजक पंडित लोकेश शर्मा द्वारा बताया गया की कावड़ यात्रा का उद्देश्य प्रत्येक सनातनी को अपनी संस्कृति के अनुसार कावड़ यात्रा के मूल रूप का परिचय करवाना है (धर्म कमाने आए है धर्म कमा के जाएंगे) समाज को किसी भी आयोजन को संख्यात्मक दृष्टि से देखने के बजाए सभी आयोजन को अपनी संस्कृति के अनुसार करना चाहिए
रिपोर्ट अनिल भंडारी
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