धार, मध्यप्रदेश
रिपोर्ट अजय लछेटा
*ताड़ी पीने से बीमार होने वालों में महिलाएं व बच्चे भी शामिल, पुलिस ने शुरू की जांच*
*धार* =आदिवासी बाहुल्य धार जिले के निमाड़ क्षेत्र में ताड़ी पीने का चलन आदिवासी वर्ग में काफी ज्यादा है। ताड़ के पेड़ से निकलने वाले इस रस को लोग पीते है। विशेषज्ञ मानते है कि पेड़ से सीधे उतारी गई ताड़ी पेट के लिए काफी अच्छी रहती है। लेकिन जैसे-जैसे यह पुरानी होती जाती है वह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो जाती है। इससे लोगों की जान पर तक बन आती है। इस तरह के कई मामले बीते सालों में देखने को मिले है। ताजा मामला टांडा के झड़माली का सामने आया है। जहां ताड़ी पीने के कारण तीन लोगों की मौत हो गई। जबकि 13 लोग बीमार है, जिनका इलाज धार व झाबुआ अस्पताल में चल रहा है। हालांकि बीमार लोगों की हालत में अब सुधार देखने को मिल रहा है।
जानकारी के अनुसार टांडा थाना अंतर्गत ग्राम झाडमलिया निवासी हेलसिंह पिता सुरसिंह उम्र 26 साल के यहां पर महिला थारी बाई पति इंदरसिंह व हषरु पिता इंदर सिंह मेहमान आए थे। महिला व उसका बेटा नुक्ते का कार्यक्रम होने के चलते ग्राम खेरली से झाडमलिया आए थे। इसके चलते गांव से ही 5 लीटर ताड़ी लेकर आया था। सभी लोग ने साथ में बैठकर पी रहे थे। कुछ देर बाद अचानक सभी लोग बेहोश होने लगे। परिवार के रुमालसिंह सहित अन्य सदस्य जिन्होंने ताड़ी नहीं पी थी, उन्होंने सबसे पहले ज्यादा तबीयत बिगड़ने पर नसरु को गांव से ग्राम बोरी लेकर गए थे, जहां पर नसरु को मृत घोषित कर दिया था।
इधर हेल सिंह, थारी बाई, हषरु की तबीयत बिगड़ने पर परिजन ही देर रात धार जिला अस्पताल लेकर पहुंचे थे। घायल हेलसिंह ने चर्चा में बताया कि मेहमान आने के कारण गांव से ही ताड़ी लेकर आए थे, जिसके तीन गिलास पीने के बाद अचानक तबीपयत बिगडी व ऊलटी होने लगी। तबीयत खराब होने पर सभी लोग घर में ही लेटे हुए थे, कुछ देर बाद परिजन नसरु को बोरी लेकर गए थे, जहां पर उसे मृत घोषित कर दिया गया। वहीं ताडी पीने से मनीषा पिता हेलसिंह व छतरी पिता हेलसिंह की भी तबीयत बिगड़ी, उन्हें भी जिला अस्पताल में भर्ती कर लिया गया है। खबर लिखे जाने तक सभी भर्ती हुए सभी मरीजों की स्थिति नार्मल बनी हुई है।
*धार एसपी मनोज कुमार सिंह ने बताया ताड़ी पीने के कारण 3 लोगों की मौत हुई है। जबकि 13 लोग बीमार है। इन सभी की* हालत में अब सुधार हो रहा है। संभावना है कि ताड़ी का सेवन अधिक करने के कारण इस तरह की स्थिति बनी है। फिलहाल जांच की जा रही है।
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