मध्य प्रदेश जिला सीधी
मामला मझौली जनपद के ग्राम पंचायत दादर का मजदूरों का भला करने के लिए संचालित मनरेगा को पंचायत के प्रतिनिधियों और कर्मचारियों ने अपना बंधक सा बना लिया है ग्राम पंचायत दादर के मजदूरों का तो बहुत भला नहीं हो रहा है लेकिन यहां के कुछ पंचायत से जुड़े जनप्रतिनिधि के साथ उनके परिजनों के दिन जरूर बहुर गए हैं
दादर ग्राम पंचायत में इन दिनों एक जनप्रतिनिधि सब पर भारी पड़े हुए हैं जो अपने मन मुताबिक अपने भाई और परिवारों को मजदूर बनाकर जॉब कार्ड के माध्यम से जहां फर्जी राशि निकासी की जा रही है वहीं कागज में फर्जी फार्मे बनाकर भी सरकारी राशि खुर्द बुर्द किया जा रहा है बहरहाल भले ही जिला पंचायत में बैठे मनरेगा से जुड़े अधिकारी कर्मचारी सरकारी आंकड़े को सच मानकर काम कर रहे हैं लेकिन ग्राम पंचायत दादर में इन दिनों जमीनी हकीकत इसके ठीक उलट है तमाम तरह की निगरानी के बाद भी दादा ग्राम पंचायत में मनरेगा योजना में धांधली जारी है ऐसा ही हैरतअंगेज कर देने वाला एक नया मामला सामने आया है जहां मझौली महाविद्यालय के जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष पवन मिश्रा को ग्राम पंचायत में बने 5 नग नाडेप टांका ( समुदायिक कचरा पेटी निर्माण) में बकायदा मजदूर बनाकर डिमांड लगाकर 10 दिन की मजदूरी भुगतान की राशि 2210 रुपए उनके बैंक खाता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के खाता क्रमांक 17 150 06032 डब्ल्यू 010 145 में डाली गई है जिसके बाद सवालिया निशान जरूर खड़े हो रहे हैं अगर विधिवत जांच की जाए तो सच्चाई आने में देर नहीं लगेगी ज्ञात हो जनभागीदारी अध्यक्ष पवन मिश्रा दादर ग्राम पंचायत के उपसरपंच रोहित मिश्रा के बड़े भाई हैं जिससे भी इस तरह के फर्जी भुगतान में सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं सूत्रों द्वारा बताया गया कि उपसरपंच की ही सह से इस तरह के भुगतान हो रहे हैं हलांकि यह कोई नया मामला नहीं है अगर विधिवत जांच की जाएगी तो उपसरपंच एवं उनके सगे संबंधियों के नाम किए गए और भी फर्जी भुगतानो के खुलासे होने में देर नहीं लगेंगे ।दूसरी ओर जब मीडिया द्वारा इस संबंध में सचिव और मनरेगा प्रभारी से चर्चा की गई तो सचिव ने जॉब कार्ड होने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ते नजर आए वही मनरेगा अधिकारी श्री तिवारी ने जांच करा कर कार्रवाई करने की बात कही है ग्रामीण जनों ने इस संबंध में सीधी कलेक्टर से कड़ी कार्यवाही की मांग की है
इनका कहना है
मजदूरी भुगतान की डिमांड लगी रही होगी तो भुगतान हुआ होगा उनका जॉब कार्ड भी बना है और वह श्रमिक भी है तो उस हिसाब से भुगतान हो गया होगा जॉब कार्ड का परीक्षण उपरांत उनका नाम जॉब कार्ड से हटा दिया जाएगा अंबुज द्विवेदी सचिव दादर मनरेगा भुगतान में जिसने भी इस तरह का गड़बड़ किया है जांच कर संबंधित के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी अरविंद तिवारी मनरेगा प्रभारी जनपद पंचायत मझौली
रिपोर्ट सोनू गुप्ता
Leave a comment