मध्यप्रदेश के जबलपुर जिले के सिहोरा स्थित सुनगवां में बीते रविवार 9 अप्रैल को जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के सत्संग का आयोजन हुआ। सत्संग को LED TV के माध्यम से सुनाया व दिखाया गया। जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु इस सत्य आध्यात्मिक ज्ञान को जानने के लिये पहुंचे और उन्होंने सत्संग को बहुत ही ध्यानपूर्वक श्रवण किया।
सत्संग में सर्व धर्म ग्रंथों के रहस्यों को उजागर करते हुए संत रामपाल जी ने बताया कि सर्व सृष्टि रचनहार परमेश्वर कबीर देव हैं। संत जी ने सत्संग में बताया कि मनुष्य जीवन का मूल उद्देश्य केवल मोक्ष प्राप्ति करना है जो कि केवल पूर्ण संत से नाम उपदेश लेकर पूर्ण परमात्मा कबीर परमेश्वर की भक्ति करने से ही सम्भव है। कबीर साहेब जी कहते हैं कि “गुण तीनों की भक्ति में, ये भूल पड़ो संसार कहें कबीर निज नाम बिना, कैसे उतरो पार।।”
गीता अध्याय 18 श्लोक 62 में गीता ज्ञान दाता कहता है कि अर्जुन तू उस परमात्मा की शरण में जा, जिसकी शरण में जाने के बाद तुझे परम शांति, परम सुख व परमधाम प्राप्त होगा। जिसकी जानकारी किसी तत्वदर्शी संत द्वारा बताई जाएगी इसका प्रमाण गीता अध्याय 4 श्लोक 34 में दिया गया है। संत रामपाल जी महाराज वही तत्वदर्शी संत हैं जो धरती पर आज सतभक्ति बता रहे हैं व पूर्ण परमात्मा की जानकारी दे रहे हैं, जिसकी भक्ति करके प्राणी का मोक्ष सम्भव है।
रिपोर्ट – सतेन्द्र हल्दकार, जबलपुर

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